Shooting On Donald Trump: ट्रंप से पहले भी कई राष्ट्रपति और उम्मीदवारों पर हो चुका है जानलेवा हमला, US चुनाव का खूनी इतिहास
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Shooting On Donald Trump: ट्रंप से पहले भी कई राष्ट्रपति और उम्मीदवारों पर हो चुका है जानलेवा हमला, US चुनाव का खूनी इतिहास

Shooting On Donald Trump Rally: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव के लिए पेंसिल्वेनिया के बटलर फार्म शो में राष्ट्रपति पद के लिए रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक प्रचार रैली के दौरान गोलीबारी से सनसनी फैल गई है. शनिवार को हुई इस वारदात के बाद अमेरिकी सीक्रेट सर्विस एजेंट्स मामले को संभालने की पूरी कोशिश कर रहे हैं.

Shooting On Donald Trump: ट्रंप से पहले भी कई राष्ट्रपति और उम्मीदवारों पर हो चुका है जानलेवा हमला, US चुनाव का खूनी इतिहास

US Presidential Assassination: अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की कैंपेन रैली पर शनिवार को गोलीबारी ने दुनिया को चौंका दिया है. पेंसिल्वेनिया के बटलर फार्म शो में एक रैली के दौरान गोलीबारी के बाद घायल ट्रंप को अमेरिकी सीक्रेट सर्विस एजेंट्स ने सुरक्षित अस्पताल भिजवाया.

कान में गोली लगने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा- "ठीक" हैं

प्रचार अभियान रैली के दौरान कान में गोली लगने के बाद डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि वह "ठीक" हैं. सीक्रेट सर्विस एजेंट्स ने हमलावर को मार गिराया. इस दौरान कार्यक्रम में मौजूद एक और शख्स की मौत हो गई. अमेरिकी अधिकारी ट्रंप की रैली में जानलेवा शूटिंग मामले की जांच कर रहे हैं. उन्होंने ट्रंप की हत्या के प्रयास के तौर पर मामला दर्ज किया है.

ट्रंप पर हमला राजनीतिक हिंसा की सबसे हालिया वारदात

पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की गोली मारकर हत्या की कोशिश राजनीतिक हिंसा का सबसे हालिया कारनामा था, जिसने अक्सर अमेरिकी चुनावी इतिहास को आकार दिया है. इससे पहले  अब्राहम लिंकन, जेम्स गारफील्ड और विलियम मैकिनले की हत्याओं के कारण आखिरकार राष्ट्रपतियों को सीक्रेट सर्विस सिक्योरिटी प्रदान की गई. 

अमेरिका में कई राष्ट्रपतियों की हत्या और हत्या की कोशिश

जॉन एफ कैनेडी की हत्या ने तो अमेरिका को पूरी तरह स्तब्ध कर दिया और इसके बाद राष्ट्रपति के आसपास सुरक्षा व्यवस्था को और भी ज्यादा कड़ी कर दी गई. फिर भी, गेराल्ड फोर्ड 18 दिनों के अंतराल में दो हाई-प्रोफाइल जानलेवा हमले का निशाना बने थे. वहीं, रोनाल्ड रीगन 1981 में अपने राष्ट्रपति पद की शुरुआत में एक गनमैन की गोली से गंभीर रूप से घायल हो गए थे.

राजनीतिक हिंसा ने दुनिया भर में ली कई नेताओं की जान 

राजनीतिक हिंसा ने दुनिया भर के नेताओं की जान ले ली है. इनमें मिस्र के राष्ट्रपति अनवर सादात और स्वीडिश प्रधान मंत्री ओलोफ पाल्मे भी शामिल हैं. पेंसिल्वेनिया में शनिवार की घटना से पहले भी, सर्वेक्षणों से पता चला कि अमेरिकी मतदाता इस साल के राष्ट्रपति चुनाव के आसपास संभावित हिंसा को लेकर चिंतित थे. मई में स्विंग-स्टेट के ब्लूमबर्ग न्यूज/मॉर्निंग कंसल्ट सर्वेक्षण में पाया गया कि आधे लोगों ने उन आशंकाओं को बरकरार रखा. इनमें डेमोक्रेट और रिपब्लिकन के लगभग बराबर वोट शेयर शामिल थे. सर्वेक्षण में पाया गया कि खतरे की आशंका निर्दलीय उम्मीदवारों के बीच और भी ज्यादा है.

अमेरिका के लगभग हर आधुनिक राष्ट्रपति को बनाया निशाना

अमेरिका के लगभग हर आधुनिक राष्ट्रपति को निशाना बनाया गया है. हालांकि, सीक्रेट सर्विस ने लगभग सभी प्रयासों को नाकाम कर दिया है. इनमें से कुछ हमले में नेताओं को चोटें भी आईं. इसकी ताजा मिसाल डोनाल्ड ट्रंप पर हालिया जानलेवा हमला है. आइए, जानते हैं कि डोनाल्ड ट्रंप की रैली में गोलीबारी से पहले कैसे राष्ट्रपतियों और उम्मीदवारों पर हमलों ने अमेरिकी चुनावी इतिहास को खूनी बना दिया है.

डोनाल्ड ट्रंप

डोनाल्ड ट्रंप के 2016 के चुनावी अभियान के दौरान, एक 20 वर्षीय ब्रिटिश शख्स ने उनकी रैली में लास वेगास के एक पुलिस अधिकारी से बंदूक छीनने का प्रयास किया था. बाद में उसने पुलिस को बताया कि वह ट्रंप को मारने की कोशिश कर रहा था. जांच एजेंसी और पुलिस ने उसे गैर कानूनी हथियार रखने, शांति भंग करने, जानलेवा हमला करने जैसे कई अपराधों के लिए दोषी ठहराया था.

रोनाल्ड रीगन

जॉन हिंकले जूनियर ने वाशिंगटन में 30 मार्च 1981 को तत्कालीन राष्ट्रपति रोनाल्ड रीगन पर छह गोलियां चलाईं. जिसमें रीगन और तीन अन्य सिनियर अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गए  गए. गंभीर रूप से घायल राष्ट्रपति रीगन इमरजेंसी सर्जरी के बाद ठीक हो गए. अन्य तीन पीड़ित भी बाल-बाल बच गए. हमलावर हिंकले को तुरंत गिरफ्तार कर लिया गया. रीगन की मौत होने के 12 साल बाद यानी 2016 तक हिंकले को इंस्टिट्यूशनल साइकिट्रिक केयर सेंटर में रखा गया.

जेराल्ड फोर्ड

पंथ नेता चार्ल्स मैनसन की अनुयायी लिनेट "स्क्वीकी" फ्रॉम ने 5 सितंबर, 1975 को कैलिफोर्निया के सैक्रामेंटो में जोराल्ड फोर्ड को गोली मारने का प्रयास किया. इसके तीन हफ्ते बाद, सारा जेन मूर ने सैन फ्रांसिस्को में जेराल्ड फोर्ड पर गोली चलाई. दोनों ही बार फोर्ड बाल-बाल बचे. ये दोनों महिला हमलावर सबसे ज्यादा चर्चित हुईं. अमेरिकी इतिहास में प्रमुख महिला हत्यारी बनने की कोशिश में दोनों ही हमलावर लंबे समय तक जेल में रहीं. 

रॉबर्ट एफ कैनेडी

अपने बड़े भाई की हत्या के पांच साल से भी कम समय के बाद, 5 जून, 1968 को लॉस एंजिल्स में सरहान सरहान ने डेमोक्रेटिक प्राइमरीज़ में उम्मीदवार कैनेडी की गोली मारकर हत्या कर दी. सरहान को आजीवन कारावास की सजा सुनाई गई. कैनेडी के बेटे, रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर, 2024 में राष्ट्रपति पद के एक स्वतंत्र उम्मीदवार के रूप में रेस में शामिल हैं.

जॉन एफ कैनेडी

22 नवंबर, 1963 को ली हार्वे ओसवाल्ड ने टेक्सास के डलास में राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी की गोली मारकर हत्या कर दी गई. दो दिन बाद रेस्तरां मालिक जैक रूबी द्वारा ओसवाल्ड की हत्या कर दिए जाने के बाद, इस हत्या से इस बात पर बहस जारी है कि क्या ओसवाल्ड ने अकेले ही इस काम को अंजाम दिया था.

थियोडोर रूजवेल्ट

रूजवेल्ट एक पूर्व राष्ट्रपति थे जो व्हाइट हाउस में दोबारा लौटने के लिए प्रचार अभियान चला रहे थे. 14 अक्टूबर, 1912 को मिल्वौकी में भाषण देते समय उन्हें गोली मार दी गई थी. अपने भाषण के 50 पेज के टेक्स्ट के कागज और जेब में एक चश्मे के डिब्बे  के चलते उनकी जान बच गई और उन्होंने अपना संबोधन जारी रखा. चुनाव में वह वुडरो विल्सन से हार गए थे. उनकी हत्या की कोशिश करने वाले जॉन श्रांक को कानूनी रूप से पागल पाया गया और उसे आजीवन इंस्टिट्यूशनल केयर सेंटर में रखा गया था.

विलियम मैकिनले

विलियम मैकिनले को 6 सितंबर, 1901 को बफेलो, न्यूयॉर्क में गोली मार दी गई थी. बाद में गंभीर हालत में होने के कारण उनकी मौत हो गई. इसके बाद उपराष्ट्रपति रूजवेल्ट राष्ट्रपति पद पर आसीन हुए. हमलावर अराजकतावादी लियोन कोजोलगोज को हत्या का दोषी ठहराया गया और उसे मौत की सजा दी गई.

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जेम्स गारफील्ड

जेम्स गारफील्ड को 2 जुलाई, 1881 को वाशिंगटन में गोली मार दी गई थी. दो महीने बाद जख्मों की जटिलताओं के कारण उनकी मौत हो गई. उन पर हमला करने वाले लेखक और वकील चार्ल्स गुइटो को अपराध का दोषी ठहराया गया और उसे मौत की सजा सुनाई गई.

अब्राहम लिंकन

वाशिंगटन में 14 अप्रैल, 1865 को प्रसिद्ध अभिनेता और कॉन्फेडरेट सहानुभूति रखने वाले जॉन विल्केस बूथ ने गोली मारकर अब्राहम लिंकन की हत्या कर दी थी. लगभग दो सप्ताह तक चली तलाशी के बाद मुठभेड़ में हत्यारा जॉन विल्केस बूथ मारा गया था.

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