Russia-North Korea: ‘हमारे हथियार देश की रक्षा के लिए’- रूस को हथियार देने के आरोपों पर किम की बहन का जवाब
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Russia-North Korea: ‘हमारे हथियार देश की रक्षा के लिए’- रूस को हथियार देने के आरोपों पर किम की बहन का जवाब

Russia-North Korea Friendship: दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका ने बार-बार उत्तर कोरिया पर मॉस्को को हथियारों की सप्लाई करने का आरोप लगाया है. 

Russia-North Korea: ‘हमारे हथियार देश की रक्षा के लिए’- रूस को हथियार देने के आरोपों पर किम की बहन का जवाब

Kim Yo Jong News: उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन की बहन ने शुक्रवार को उन आरोपों से इनकार किया कि प्योंगयांग रूस को हथियार भेज रहा है. उन्होंने इस दावे को 'बेतुका' बताया.

दक्षिण कोरिया और संयुक्त राज्य अमेरिका ने बार-बार उत्तर कोरिया पर मॉस्को को हथियारों की सप्लाई करने का आरोप लगाया है. हालांकि दोनों देशों पर संयुक्त राष्ट्र के कई प्रतिबंध हैं जो ऐसे किसी भी हथियार ट्रांसफर पर प्रतिबंध लगाते हैं.

एएफपी के मुताबिक विश्लेषकों ने यह भी चेतावनी दी है कि परमाणु-सशस्त्र उत्तर कोरिया द्वारा तोपखाने और क्रूज मिसाइलों का परीक्षण और उत्पादन में बढ़ोतरी दरअसल यूक्रेन में इस्तेमाल के लिए रूस को शिपमेंट की तैयारी हो सकती है.

सियोल और वाशिंगटन फैला रहे झूठी अफवाह
आधिकारिक कोरियाई सेंट्रल समाचार एजेंसी द्वारा शुक्रवार को जारी एक बयान के अनुसार किम यो जोंग ने कहा कि प्योंगयांग का 'सैन्य तकनीकी क्षमताओं को किसी भी देश में निर्यात करने का कोई इरादा नहीं है.'

जोंग ने सियोल और वाशिंगटन पर झूठी अफवाह के साथ जनता की राय को गुमराह करने का आरोप लगाया. उन्होंने कहा, 'हमारे लिए सबसे जरूरी चीज किसी चीज का 'विज्ञापन' या 'निर्यात' करना नहीं है, बल्कि हमारी सेना की युद्ध की तैयारी और रक्षा करने की क्षमता को बढ़ाना है.'

मजबूत होते उत्तर कोरिया-रूस संबंध
दुनिया से अलग-थलग पड़े उत्तर कोरिया ने हाल के दिनों में मॉस्को के साथ सैन्य संबंधों को मजबूत किया है. पिछले महीने किम के शासन पर अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों की निगरानी करने वाले एक्सपर्ट्स के एक पैनल के रिन्यूअल को रोकने के लिए संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद में रूस ने वीटो किया था. प्योंगयांग ने इसके लिए मॉस्को का आभार जताया था.

दक्षिण कोरिया ने उत्तर पर मार्च में लगाया था बड़ा आरोप
दक्षिण कोरिया ने मार्च में दावा किया था कि उत्तर कोरिया ने यूक्रेन युद्ध के लिए रूस को हथियारों के लगभग 7,000 कंटेनर भेजे थे. सियोल का मानना है कि ट्रांसफर पिछले जुलाई के आसपास शुरू हुआ था.

वाशिंगटन और एक्सपर्ट्स ने का दावा है कि प्योंगयांग बदले में रूस से कई तरह की सैन्य सहायता मांग रहा है, जैसे सैटेलाइट टेक्नोलॉजी और अपने सोवियत-युग मिलिट्री इक्विपमेंट्स को अप्रगेड करना.

हमारे हथियार केवल एक मिशन को पूरा करने के लिए
मंगलवार को किम जोंग उन ने एक नई सामरिक मिसाइल हथियार प्रणाली का निरीक्षण किया. उन्होंने शस्त्रागार उत्पादन लक्ष्यों को प्राप्त करके युद्ध की तैयारियों में 'युगीन बदलाव' लाने की घोषणा की.

किम यो जोंग के शुक्रवार के बयान में कहा गया, 'हमारे द्वारा हाल ही में दिखाए गए कई रॉकेट लॉन्चर और मिसाइलों सहित सामरिक हथियार केवल एक मिशन को पूरा करने के लिए तैयार किए गए हैं.' उन्होंने कहा, 'हम इस तथ्य को नहीं छिपाते हैं कि सियोल को किसी भी बेकार सोच का आविष्कार करने से रोकने के लिए ऐसे हथियारों का इस्तेमाल किया जाएगा.'

अंतर-कोरियाई संबंध वर्षों में अपने सबसे निचले स्तर पर हैं, प्योंगयांग ने दक्षिण कोरिया को अपना 'प्रमुख दुश्मन' घोषित कर दिया है.इसने पुनः एकीकरण के लिए समर्पित एजेंसियों को भी हटा दिया है.

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