Indian in America: 'इंडियन' बिजनेसमैन ने अमेरिकियों को चौंकाया, ह्यूस्टन विश्वविद्यालय को दान में दिए 10 लाख डॉलर
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Indian in America: 'इंडियन' बिजनेसमैन ने अमेरिकियों को चौंकाया, ह्यूस्टन विश्वविद्यालय को दान में दिए 10 लाख डॉलर

Indian Businessman Doantion: भारतीय-अमेरिकी उद्यमी दंपत्ति ने ह्यूस्टन विश्वविद्यालय में प्रयोगशाला उपकरणों के लिए 10 लाख अमेरिकी डॉलर यानी 8 करोड़ 29 लाख 61 हजार 550 रुपये दान में दिए हैं. इन दान की चर्चा सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक में खूब हो रही है.

कारोबारी बृज अग्रवाल पत्नी के साथ

Indian Origin Businessman Donation to University: भारतीय मूल के लोग अमेरिका में सिर्फ अपने काम से ही नहीं, बल्कि समाज सेवा से भी काफी नाम कमा रहे हैं. इसी कड़ी  भारतीय-अमेरिकी उद्यमी दंपत्ति ने ह्यूस्टन विश्वविद्यालय में प्रयोगशाला उपकरणों के लिए 10 लाख अमेरिकी डॉलर यानी 8 करोड़ 29 लाख 61 हजार 550 रुपये दान में दिए हैं. इन दान की चर्चा सोशल मीडिया से लेकर मीडिया तक में खूब हो रही है.

इसलिए दिया है इतना दान

विश्वविद्यालय के पूर्व छात्र बृज अग्रवाल और उनकी पत्नी सुनीता ग्रेटर ह्यूस्टन के उपनगर ‘शुगर लैंड’ में यूनिवर्सिटी ऑफ ह्यूस्टन (यूएच) कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी बिल्डिंग में प्रयोगशाला उपकरणों के निर्माण के लिए यह डोनेशन दे रहे हैं. इन पैसों से वहां लेटेस्ट थ्रीडी प्रिंटर, मशीन उपकरण और मापन परीक्षण उपकरण के अलावा और सामान मंगाया जाएगा.

दान के पैसों से बढ़ाई जाएंगी सुविधाएं

कारोबारी बृज अग्रवाल अपने इस दान को लेकर हते हैं कि यह देने के पीछे मेरा मकसद कॉलेज में ज्यादा से ज्यादा और बेहतर सुविधा उपलब्ध कराना था. वह कहते हैं कि अगर ह्यूस्टन विश्वविद्यालय नहीं होता तो मैं कॉलेज से स्नातक नहीं कर पाता. यही वजह है कि उन्होंने यह दान दिया है.

कारोबारी दंपत्ती को यूनिवर्सिटी करेगा सम्मानित

वहीं कारोबारी बृज अग्रवाल के इस योगदान से गदगद यूनिवर्सिटी प्रशासन दोनों को सम्मानित करेगा. यही नहीं सम्मान में इनके नाम से कॉलेज के भूतल पर स्थित सभागार का नाम ‘बृज और सुनीता अग्रवाल सभागार’ रखा जाएगा. अग्रवाल का जन्म मूलरूप से पंजाब के लखनपुर इलाके में हुआ था. वह 17 साल के थे तभी अमेरिका चले गए थे.

अमेरिका में अपनी मेहनत ने नाम कमा रहे भारतीय

बता दें कि अमेरिका में भारतीय मूल के लोगों की संख्या काफी है. इनमें से कई लोगों ने अपनी मेहनत के दम पर अच्छी तरक्की हासिल की है. इन्हीं वजहों से अब बाइडन भी अपनी टीम में इंडियन मूल के लोगों को शामिल कर रहे हैं. उनकी टीम में कई भारतीय शर्ष पदों पर तैनात हैं.

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