C-Dome Defence System: इजराइल ने पहली बार अपने सबसे बड़े हथियार सी-डोम को जंग में उतार दिया है. इस सिस्टम ने अपना काम भी शुरू कर दिया है. मंगलवार को इज़राइल रक्षा बलों (आईडीएफ) ने बताया कि दुश्मन की तरफ से किए गए
एक हवाई टारगेट को खत्म कर दिया गया है. आइए जानते हैं क्या है सी-डोम डिफेंस सिस्टम. इसकी क्या है खूबी.
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Israel deploys C-Dome defence system for first time: हमास-नियंत्रित गाजा पट्टी से दागे गए रॉकेटों को रोकने के लिए इजरायल ने आयरन डोम का हजारों बार उपयोग किया गया है. लेकिन पहली बार ऐसा हुआ है कि जब उसने दक्षिणी शहर इलियट के पास सी-डोम तैनात किया है.
सी-डोम डिफेंस सिस्टम की पहली तैनाती
इजराइल की सी-डोम वायु-रक्षा प्रणाली ने सोमवार आधी रात को अपने एक टारगेट को भेद दिया. जब लाल सागर के ऊपर एक संदिग्ध ड्रोन उड़ रहा था. सी-डोम आयरन डोम वायु रक्षा प्रणाली का एक नौसैनिक संस्करण है. जहाज पर लगी इस रक्षा प्रणाली का इस्तेमाल समुद्र में रॉकेट और मिसाइल हमलों से बचाव करने में किया जाता है. सी-डोम इजराइल नौसेना, इजराइल मिसाइल रक्षा संगठन (रक्षा मंत्रालय के रक्षा अनुसंधान और विकास निदेशालय का हिस्सा) और राफेल एडवांस्ड सिस्टम्स की एक संयुक्त परियोजना है.
समुद्र में जंग के लिए सी-डोम
राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स द्वारा विकसित सी-डोम का मुख्य काम समुद्र में रहते हुए दुश्मनों के टारगेट को बीच रास्ते में खत्म करना होता है.रॉकेट और मिसाइल हमलों से बचाने के लिए इजरायल का यह सबसे बड़ा हथियार है. इसमें विशेष प्रकार के इंटरसेप्टर लगे होते हैं. यह हवा में अपने नजदीक आने वाले किसी भी लक्ष्य में विस्फोट कर उसे मार गिराता है. इसमें एक रडार प्रणाली है जो एक साथ कई लक्ष्यों को ट्रैक कर सकती है. इसकी सबसे खास बात यह है कि यह चारों दिशाओं में प्रहार कर सकती है.
सी-डोम में तीन कंपोनेंट होते हैं- टैमिर इंटरसेप्टर, एक मॉड्यूलर वर्टिकल-लॉन्च यूनिट (वीएलयू), और एक कमांड एंड कंट्रोल (सी2). खतरों का पता लगाने और उन पर नजर रखने के लिए जहाज के निगरानी रडार का उपयोग एक समर्पित रडार की आवश्यकता को समाप्त कर देता है. इजरायली रक्षा कंपनी राफेल एडवांस्ड डिफेंस सिस्टम्स के अनुसार, यह एक अत्यधिक उन्नत वारहेड है जो लक्ष्यों की एक विस्तृत श्रृंखला के खिलाफ उच्च मारक संभावना सुनिश्चित करता है.
250 किलोमीटर तक कर सकती है हमला
सी-डोम को समुद्र में जहाज पर रखा जाता है. 250 किलोमीटर तक के व्यापक दायरे में खतरों का मुकाबला कर सकती है. इसमें जो राडार लगे हैं वह आने वाली कोई भी आपदा को पहले से ही पहचान लेता है. और इसकी क्षमता यह सुनिश्चित करती है कि जहाज के लिए कोई बड़ा खतरा पैदा होने से पहले ही खतरों को बेअसर कर दिया जाए.