Israel Hamas War: हमास का चीफ ऑफ स्टाफ, अमेरिका का मोस्ट वॉन्टेड; 'मोसाद' के हमले इजरायल का दुश्मन नंबर 3 ढेर
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Israel Hamas War: हमास का चीफ ऑफ स्टाफ, अमेरिका का मोस्ट वॉन्टेड; 'मोसाद' के हमले इजरायल का दुश्मन नंबर 3 ढेर

Gaza News: इजरायल की सेना के हाथ एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने एक भूमिगत ऑपरेशन में हमास के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मारवान इस्सा का सफाया कर दिया है.

Israel Hamas War: हमास का चीफ ऑफ स्टाफ, अमेरिका का मोस्ट वॉन्टेड; 'मोसाद' के हमले इजरायल का दुश्मन नंबर 3 ढेर

Marwan Issa was eliminated: इजरायल की सेना के हाथ एक बड़ी कामयाबी हाथ लगी है. इजरायल डिफेंस फोर्सेज (IDF) ने एक भूमिगत ऑपरेशन में हमास के चीफ ऑफ आर्मी स्टाफ मारवान इस्सा का सफाया कर दिया है. इजरायली खुफिया एजेंसी मोसाद ने अपने ट्विटर हैंडल से इसके बारे में जानकारी दी है. प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस्सा के खात्मे को इजरायल के लिए एक बड़ी उपलब्धि बताते हुए कहा कि हमाल के सारे आतंकवादी यूं ही मौत के घाट उतार दिए जाएंगे, हम उन सभी तक पहुंचेंगे. किसी को भी नहीं छोड़ेंगे. 

इस्सा का खत्म हुआ किस्सा

आइए बताते हैं कौन था मारवान इस्सा जिसकी मौत पर इजरायल जश्न मना रहा है तो प्रतिबंधित आतंकी संगठन हमास के ठिकानों में मातम पसरा है. 'जेरुसलम पोस्ट' की खबर के मुताबिक, इस हमले में हमास ब्रिगेड का कमांडर रज़ी अबू तोमेह भी मारा गया.

1. मारवान इस्सा हमास की मिलिट्री विंग, इज्ज अद-दीन अल-कसम ब्रिगेड के चीफ मोहम्मद दीफ़ का डिप्टी था. वो दक्षिणी इजरायल में 7 अक्टूबर को यहूदियों के सामूहिक नरसंहार का मास्टरमाइंड था.

2. जेरुसलम पोस्ट की रिपोर्ट के मुताबिक माना जा रहा है कि गाजा (Gaza) में इस्सा ने इजरायल पर हुए हमले से पहले हमास के नेता याह्या सिनवार के साथ अपनी प्लानिंग डिस्कस की थी. जिसके बाद इजरायल-हमास युद्ध शुरू हो गया. जो अभी तक खत्म नहीं हुआ है.

3. 'द टाइम्स ऑफ इजरायल' की रिपोर्ट के मुताबिक इस्सा अपने संगठन में नंबर तीन की पोजिशन पर था. वह हमास की मिलिट्री विंग और पॉलिटिकल विंग के बीच की कड़ी था. वो काफी समय से अंडर ग्राउंड था और किसी भी सार्वजनिक मंच पर उसे नहीं देखा गया था.

4.वह हमास के संस्‍थापक सदस्‍यों में से एक था.

5. इस्सा का जन्म 1965 में गाजा पट्टी में हुआ था. इस्सा को हमास में एक्टिव होने के बाद पहले इंतिफादा (इजरायली-फिलिस्तीनी संघर्ष) के दौरान इजरायल ने 5 साल के लिए हिरासत में लिया था. बाद में उसे 1997 से 2000 तक फिलिस्तीनी प्राधिकरण द्वारा हिरासत में लिया गया, लेकिन दूसरे इंतिफादा के बाद उसे रिहा कर दिया गया.

6. इस्सा मध्य गाजा पट्टी में शरणार्थी शिविरों में कसम ब्रिगेड का प्रमुख बना. इस्सा इजरायल के सबसे वांछित आतंकवादियों में से एक था. उसे मोसाद और आईडीएफ ने अपने टारगेट पर लिया तब वो बच गया था. 2006 में हमास की बैठक के दौरान उसकी लोकेशन पता चली तो इजरायल ने अटैक किया लेकिन उस दिन उसकी किस्मत अच्छी थी और वो हमले में बच गया. उस बैठक में भी डेफ और अन्य टॉप ब्रिगेड कमांडर मौजूद थे. 

7. अमेरिका ने 2019 में मरवान इस्सा को आतंकवादी घोषित किया था.

हमास ने साधी चुप्पी

शुक्रवार को इजरायल के सुरक्षा अधिकारियों ने सुरक्षा कैबिनेट की बैठक में बताया कि हमें इस कामयाबी के पक्के संकेत मिले हैं. जहां पर इस्सा को मारा गया उस खुफिया जगह में कोई भी इजरायली बंधक नहीं था. सेना ने कहा वो मर चुका है. उसकी लाश मलबे में दबी है. वहीं हमास ने भी हमले में अपनी टॉप लीडरशिप के सफाए पर किसी भी तरह की टिप्पणी नहीं की है.

आईडीएफ ने मध्य गाजा के नुसीरात में सीक्रेट ऑपरेशन चलाया था. हालांकि उस समय उन्होंने इस्सा की मौत की पुष्टि नहीं की थी.

इजरायल ने जारी किया वीडियो

इजरायली सेना ने इस भूमिगत ऑपरेशन का वीडियो भी जारी किया है. हालांकि शुरू में इजरायली सेना ने X मीडिया पोस्ट पर यह कहा था कि ऑपरेशन भूमिगत होने की वजह से यह स्पष्ट नहीं हो पाया है कि हमास चीफ मारवान को मार गिराया गया या नहीं. इस क्षेत्र में कोई इजरायली बंधक भी नहीं था. मगर इसके कुछ देर बाद इजरायली सेना की ओर से दूसरा पोस्ट किया गया, जिसमें यह कहा गया कि हमास आतंकी मारवान इस्सा का सफाया कर दिया गया है. 

 

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