US President Joe Biden on Israel Hamas War: हमास के बर्बर आतंकी हमले का सामना कर रहे इजरायल के साथ अमेरिका खुलकर खड़ा हो गया. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार रात अपने भाषण में पड़ोसी अरब देशों को भी चेतावनी जारी की.
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US President Joe Biden Statement on Israel Hamas War: इजरायल पर हुए फिलीस्तीनी आतंक संगठन हमास के खौफनाक अटैक और करीब 1 हजार लोगों की मौत के बाद अमेरिका भी खुलकर अपने इस सहयोगी के साथ आ गया है. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने मंगलवार रात मीडिया को संबोधित कर हमले में मारे गए लोगों पर दुख जताया और कहा कि आतंक के खिलाफ इस जंग में वह पूरी तरह इजरायल के साथ खड़ा है. उसने अन्य देशों को इस जंग से दूर रहने की चेतावनी दी और कहा कि इजरायल को सपोर्ट करने के लिए अमेरिका अपना दूसरा जंगी बेड़ा इजरायल भेजने पर विचार कर रहा है.
मंगलवार को मीडिया को संबोधित करते हुए अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा, 'इस समय हमें बिल्कुल स्पष्ट होना चाहिए कि हम इजरायल के साथ खड़े हैं. हम यह सुनिश्चित करेंगे कि इजरायल (Israel Hamas War) के पास अपने नागरिकों की देखभाल करने और खुद की रक्षा करने के लिए आवश्यक चीजें (हथियार) हों और इस हमले का जवाब दें. आतंकवाद का कोई औचित्य, कोई बहाना नहीं है. निर्दोष जीवन की हानि हृदयविदारक है.'
The United States, France, Germany, Italy, and the United Kingdom will remain united and coordinated – together as allies and as common friends to Israel – to ensure Israel can defend itself. pic.twitter.com/aVbfSi4LJy
— President Biden (@POTUS) October 10, 2023
हमास को देना होगा हमलों का जवाब
'यूएस और इजरायल के गहरे संबंध'
अमेरिकी राष्ट्रपति (Joe Biden) ने कहा कि इजरायल और संयुक्त राज्य अमेरिका के बीच संबंध बहुत गहरे हैं. यह कई अमेरिकी परिवारों के लिए व्यक्तिगत है जो इस हमले के दर्द के साथ-साथ यहूदी विरोधी भावना और यहूदी लोगों के उत्पीड़न के सहस्राब्दियों के घावों को महसूस कर रहे हैं. इस हमले के बाद सभी अमेरिकी एजेंसियां सजग हैं और इस तरह के किसी भी घरेलू खतरे से निपटने के लिए बारीकी से निगरानी कर रही हैं.
जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि इस आतंकी हमले ने यहूदियों के साथ हुए नरसंहार की यादें ताजा कर दी हैं. ऐसे में हम साफ करना चाहते हैं कि हम इजरायल (Israel Hamas War) के साथ हैं. हम सुनिश्चित करेंगे कि वो अपने नागरिकों की रक्षा कर सके, अपनी सुरक्षा कर सके और इस हमले का जवाब दे सके. आतंकवाद को किसी भी तरह और कैसे भी जायज नहीं ठहराया जा सकता.
इजरायल में हुए बर्बर आतंकी हमले पर बोलते हुए बाइडेन ने कहा, 'इजरायल (Israel Hamas War) में 1 हजार नागरिकों की बेरहमी से हत्या कर दी गई. इसमें करीब 14 अमेरिकी नागरिक भी शामिल हैं. मासूम बच्चों को मारा गया. शांति का जश्न मनाने को जमा हुए संगीत प्रेमियों को मारा गया. महिलाओं से रेप किया गया, उन्हें मारने के बाद शव को ट्रॉफी की तरह घुमाया गया. घटना में हजारों लोग घायल है. काफी लोग हमेशा के लिए खत्म हो गए. कई परिवार मिट गए. इस वारदात में मानवीय व्यवहार के हर मानक को तोड़ा गया. इसने एक बार फिर एंटी सेमिटिज़्म की याद दिला दी है.'
उन्होंने (Joe Biden) कहा कि इस वारदात के बाद इजरायल के प्रति अपनी एकजुटता दिखाने के लिए अमेरिकी विदेश मंत्री एंटनी ब्लिंकन इस हफ्ते तेल अवीव की यात्रा पर जाएंगे. तेल अवीव इजरायल की राजधानी है. वहीं नेपाल सरकार के आग्रह पर इजरायल ने वहां पढ़ रहे नेपाल के करीब 50 छात्रों को सुरक्षित इलाकों में शिफ्ट कर दिया है. हमास आतंकियों ने हमला कर नेपाल के कई छात्रों को पकड़ लिया था और फिर बाद में बेरहमी से बम फेंककर और गोलियों से भूनकर उनकी हत्या कर दी थी.
उधर तुर्की एक चतुर सियार की तरह तराजू के दोनों पलड़ों पर सवार होना चाह रहा है. हमास के कई बड़े आतंकियों को तुर्की और कतर ने अपने देश की नागरिकता देकर पासपोर्ट जारी कर रखे हैं. साथ ही मुस्लिम उम्माह के नाम पर उन्हें भारी भरकम फंड, हथियार और राजनीतिक सपोर्ट भी दी जाती है. लेकिन जब हमास के हमले के बाद दुनिया का मूड उखड़ा तो तुर्की ने सतर्क प्रतिक्रिया देते हुए दोनों पक्षों से शांति की अपील की. अब जब अमेरिका ने इजरायल (Israel Hamas War) की मदद के लिए अपना दूसरा युद्धक बेड़ा भेजने की घोषणा की है तो तुर्की के राष्ट्रपति अर्दोआन आरोप लगा रहे हैं कि अमेरिका गाजा में बड़ा नरसंहार करने के लिए यह बेड़ा भेज रहा है.