Space Station पर कपड़े धोने के लिए Detergents भेजेगा NASA, अभी गंदे कपड़े अंतरिक्ष में ही फेंक देते हैं यात्री
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Space Station पर कपड़े धोने के लिए Detergents भेजेगा NASA, अभी गंदे कपड़े अंतरिक्ष में ही फेंक देते हैं यात्री

इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन पर अंतरिक्ष यात्रियों के कपड़े धोने की सुविधा नहीं है. अब नासा इसका स्‍थाई हल खोजने के लिए पी एंड जी के साथ मिलकर काम करेगी.

(फोटो: रायटर)

वॉशिंगटन डीसी: नेशनल एरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन (NASA) को अंतरिक्ष (Space) के गूढ़ विषयों को खोजने की सीमाएं बढ़ाने के लिए जाना जाता है. इस बार फिर नासा ने ऐसा ही काम किया है. अंतरिक्ष में खोज के लिए जाने वाले एस्‍ट्रोनॉट्स (Astronauts) के रहन-सहन को आरामदायक बनाने के लिए नासा अब अंतरिक्ष में डिटर्जेंट भी भेजेगा. 

  1. अब स्‍पेस में भी मिलेगा डिटर्जेंट 
  2. अंतरिक्ष यात्रियों के कपड़े धोने के लिए नासा खोज रही समाधान 
  3. पी एंड जी के साथ किया कोलाबरेशन  

स्‍पेस में बहुत मुश्किल है जिंदगी 

अंतरिक्ष में जिंदगी बहुत मुश्किल है. वहां के रहस्‍यों को जानने के लिए कई दिन-महीनों तक रहने वाले एस्‍ट्रोनॉट्स बहुत अलग तरह से जिंदगी गुजारते हैं. गुरुत्‍वाकर्षण बल (Gravity) न होने के कारण उनके खाने-सोने से लेकर हर काम करने का तरीका और चीजें बहुत अलग होती हैं. इन्‍हीं में से एक है लॉन्‍ड्री (Laundry). चूंकि कपड़े धोने के लिए पानी सबसे ज्‍यादा जरूरी चीज होती है और स्‍पेस स्‍टेशन पर यह बहुत सीमित मात्रा में होता है. ऐसे में अंतरिक्ष यात्रियों को इस मामले में बहुत मुश्किल होती है. 

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अंतरिक्ष में क्‍या करते हैं गंदे कपड़ों का? 

इंटरनेशनल स्‍पेस स्‍टेशन (ISS) पर लॉन्‍ड्री की सुविधा न होने के कारण अंतरिक्ष यात्री उपयोग किए गए कपड़ों को वहीं फेंक देते हैं. इसके चलते नासा हर साल स्टेशन पर हर क्रू मेंबर के लिए 72 किलोग्राम (160 पाउंड) कपड़े भेजता है. ऐसे में स्‍पेस स्‍टेशन पर कपड़े धोने के इंतजाम का स्‍थाई हल खोजना बहुत जरूरी है. 

विशेष तरीके से तैयार किया जाएगा डिटर्जेंट 

स्‍पेस में कपड़े धोने के लिए नासा ने प्रॉक्टर एंड गैंबल के साथ कोलाबरेट किया है. इसके तहत कंपनी खास तरह से डिजाइन किए गए डिटर्जेंट का उपयोग करके कई एक्‍सपेरीमेंट्स करेगी. ताकि स्‍पेस में लॉन्‍ड्री के लिए मैकेनिज्‍म तैयार किया जा सके. बीते मंगलवार को प्रॉक्टर एंड गैंबल ने इस कोलाबरेशन की घोषणा की है. 

स्‍पेस स्‍टेशन पर होगा आखिरी टेस्‍ट 

नासा टाइड के पायलट टेस्‍ट में माइक्रो-ग्रेविटी और रेडिएशन के प्रभाव का आंकलन किया जाएगा. इसके बाद आखिरी परीक्षण स्‍पेस स्‍टेशन (Space Station) पर होगा. परीक्षण करने के लिए अधिकांश उपकरण आईएसएस पर पहले से ही उपलब्ध हैं, वहीं बाकी सामान P&G भेजेगा.

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