Pakistan Political Crisis: कुल मिलाकर पाकिस्तान में हुए चुनावों का सार यही है कि पाकिस्तान में 8 फरवरी को चुनाव हुए. इस चुनाव में किसी को भी जीत नहीं मिली और अब PPP और PML-N में डील फाइनल हो गई है.
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Pakistan New Government: पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) पाकिस्तान में एक नई गठबंधन सरकार के गठन के लिए कई दिनों से जारी बातचीत के बाद आखिरकार मंगलवार को एक समझौते पर पहुंच गए. पार्टी नेताओं ने यह जानकारी दी. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) के अध्यक्ष बिलावल भुट्टो-जरदारी ने बीती देर रात एक संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में घोषणा की कि पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के अध्यक्ष शहबाज शरीफ फिर से प्रधानमंत्री की भूमिका संभालेंगे, जबकि पीपीपी के सह- अध्यक्ष आसिफ जरदारी देश के अगले राष्ट्रपति होंगे.
रास्ता हुआ साफ
जियो न्यूज ने भुट्टो-जरदारी के हवाले से कहा, ‘PPP और MPL-N ने आवश्यक संख्या हासिल कर ली है और (अब) हम सरकार बनाने की स्थिति में हैं.’
पाकिस्तान चुनाव में धांधली से दुनिया वाकिफ
इस बीच चीन ने पाकिस्तान में हुए आम चुनावों को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण बताया है. जबकि बीते 13 दिनों से पूरी दुनिया ने उनकी तस्वीरों को कई-कई बार देखा होगा, जिनमें बड़े पैमाने पर हुई धांधली का कच्चा चिठ्ठा सामने आ गया. पाकिस्तान में नवाज शरीफ के राजनीतिक दल PML(N) को छोड़ दें, तो सभी ने चुनावों में सेना के दखल से हुई धांधली के आरोप लगाए हैं.
वोटों की गिनती में हुआ 'खेला'
पाकिस्तान में कितने बड़े स्तर पर वोटों की धांधली हुई, इसे देखकर तो रावलपिंडी का एक सीनियर अफसर आत्मग्लानी महसूस करने लगा. रावलपिंडी के कमिश्नर लियाकत अली ने आरोप लगाया था कि मुख्य चुनाव आयुक्त और सुप्रीम कोर्ट के एक शीर्ष न्यायाधीश भी धांधली में शामिल थे. वोटों की धांधली करके उन्होंने ऐसे-ऐसे दर्जनों निर्दलीय उम्मीदवारों को हरवा दिया, जो 70 से 80 हजार वोटों से आगे चल रहे थे.
तो कुल मिलाकर पाकिस्तान में हुए चुनावों का सार यही है कि पाकिस्तान में 8 फरवरी को चुनाव हुए. इस चुनाव में किसी को भी जीत नहीं मिली
और अब PPP और PML-N में डील फाइनल हो गई है.
(इनपुट: पीटीआई भाषा)