Pakistan-Taliban Attack: तालिबान-पाकिस्तान में 'जंग' तेज, अमेरिका बन बैठा 'दरोगा'
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Pakistan-Taliban Attack: तालिबान-पाकिस्तान में 'जंग' तेज, अमेरिका बन बैठा 'दरोगा'

Taliban Attack on Pakistan: पाकिस्तान-अफगानिस्तान के बीच तनाव और जुबानी जंग लगातार बढ़ती जा रही है. पहले पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में घुसकर एअर स्ट्राइक की. इस हमले में आठ लोगों की मौत हो गई. जिसके बाद तालिबान ने जवाब देते हुए पाकिस्तानी चौकियों पर खूब गोलाबारी की. इन दोनों देशों के लड़ाई के बीच एक अमेरिका की भी एंट्री हो गई है. आइए जानते हैं पूरा मामला. 

Pakistan-Taliban Attack: तालिबान-पाकिस्तान में 'जंग' तेज, अमेरिका बन बैठा 'दरोगा'

Pakistan Attack on Taliban: पाकिस्तान में 17 मार्च को एक आतंकी हमले में दो अधिकरी समेत सात सैनिकों की मौत हो जाती है. जिसके बाद राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी कसम खाते हैं कि इस हमले का जवाब दिया जाएगा. और उसके अगले दिन ही पाकिस्तान की वायु सेना अफगानिस्तान में घुसकर एअर स्ट्राइक कर देती है. जरदारी ने रविवार को कहा था कि शहीदों की कुर्बानी व्यर्थ नहीं जाएगी और देश इन मौतों का बदला लेगा. राष्ट्रपति ने कहा कि अगर सीमा पर या उसकी सीमा के अंदर किसी ने हमला किया तो पाकिस्तान जवाबी हमला करने से नहीं हिचकेगा. पाकिस्तान ने वही किया जो उसके राष्ट्रपति ने कहा था. लेकिन इसके बाद पाकिस्तान और तालिबान में हालात खराब होते जा रहे हैं. 

तालिबान ने किया जवाबी हमला
तालिबान ने अफगानिस्तान में पाकिस्तानी हवाई हमलों का मुंहतोड़ जवाब दिया है. तालिबान की सेनाओं ने डूरंड रेखा के पास स्थित पाकिस्तानी सैन्य चौकियों को ध्वस्त कर दिया. अफगान मीडिया ने रक्षा मंत्रालय के हवाले से हमले की पुष्टि की है. मीडिया रिपोर्ट के माने तो अफगान रक्षा मंत्रालय ने कहा कि पाकिस्तान को जवाब देते हुए तालिबान के सीमा बल ने भारी हथियारों के साथ पाकिस्तानी सैन्य केंद्रों को निशाना बनाया है. इसके साथ ही चेतावनी देते हुए कहा कि अफगानिस्तान का रक्षा बल किसी भी आक्रमक कार्रवाई का जवाब देने के लिए तैयार है. हम हर परिस्थिति में अपनी अखंडता और संप्रभुता की रक्षा करेंगे. 

अमेरिका बना 'दरोगा' 
जैसे ही पाकिस्तान और अफगानिस्तान दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ा, अमेरिका का बयान भी आ गया.दो देशों के बीच 'दरोगा' बनते हुए पाकिस्तान को समझाते हुए अमेरिका ने संयम बरतने को कहा है. उसने कहा कि हम पाकिस्तान से संयम बरतने और यह सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं कि आतंकवाद विरोधी प्रयासों में आम नागरिकों को नुकसान न पहुंचे. अमेरिका का यह बयान उस बयान के बाद आया जब पाकिस्तान ने कहा था कि उसने अफगानिस्तान में तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) से जुड़े आतंकवादियों के खिलाफ हवाई हमले किए हैं. 

तालिबान को भी अमेरिका ने चेताया 
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरिन ज्यां-पियरे ने सोमवार को एक प्रेस वार्ता में कहा कि अमेरिका अफगानिस्तान पर शासन करने वाले तालिबान से भी आग्रह करता है कि वह यह सुनिश्चित करे कि अफगानिस्तान की धरती का इस्तेमाल आतंकी हमले करने के लिए न किया जाए.

अमेरिकी विदेश विभाग का भी आया बयान
एक अलग संवाददाता सम्मेलन में विदेश विभाग के प्रवक्ता वेदांत पटेल ने भी यही बात कही.  पटेल ने यह भी कहा, “हम यह सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध हैं कि अफगानिस्तान फिर से उन आतंकवादियों के लिए पनाहगाह न बने जो अमेरिका या हमारे साझेदारों और सहयोगियों को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं.”

 

पाकिस्तान ने आतंकियों पर किया एअर स्ट्राइक
पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने बताया कि टीटीपी के हाफिज़ गुल बहादुर समूह से जुड़े आतंकवादियों पर हमला किया गया है. इस समूह ने शनिवार को सेना की एक चौकी पर हुए हमले की जिम्मेदारी ली थी. जिसमें दो अधिकारियों समेत सात सैनिकों की मौत हुई थी.

तालिबान ने जताया विरोध 
अफगान तालिबान ने कहा कि पाकिस्तान के हवाई हमलों में तीन बच्चों सहित कम से कम आठ आम असैन्य लोग मारे गए हैं. उसने काबुल में पाकिस्तान के दूतावास में प्रभारी राजदूत को तलब कर कड़ा विरोध दर्ज कराया.

अमेरिका ने मौत पर जताया दुख 
व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव ज्यां-पियरे ने कहा कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान को अपने मतभेदों को बातचीत के जरिए सुलझाना चाहिए. उन्होंने कहा, “हम उन खबरों से अवगत हैं, जिनमें कहा गया है कि शनिवार को पाकिस्तान में एक सैन्य चौकी पर हुए हमले के जवाब में पाकिस्तान ने अफगानिस्तान में हवाई हमले किए. हमें पाकिस्तान में हमले के दौरान जन हानि तथा घायलों के प्रति तथा अफगानिस्तान में हमलों के दौरान असैन्य लोगों की जान जाने पर गहरा अफसोस है.”

 

 

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