ये कंपनी ब्रिटेन की कई जगहों की शुद्ध हवा को बोतल में भरकर बेच रही है और 500ML की बोतल में बंद हवा की कीमत लगभग 2400 रुपये है. कंपनी का दावा है कि बोतल में बंद इस हवा को सूंघकर पलभर में लोग सैकड़ों किलोमीटर दूर अपने घर पहुंच जाएंगे. उन्हें ऐसा लगेगा मानो दूर रहकर भी वो मानसिक तौर पर अपने घर में हैं.
आप सोचेंगे कि किसी खास जगह की हवा सूंघने से क्या फर्क पड़ेगा? माना जाता है कि इंसानों की नाक 10 हजार अलग-अलग तरह की गंध को पहचानने की क्षमता रखती है. मनोवैज्ञानिक कहते हैं कि हमारा मस्तिष्क, किसी खास जगह की गंध को वहां की यादों के साथ जोड़ देता है. मस्तिष्क में गंध और यादें यानी यादों को रिकॉर्ड करने वाला हिस्सा एक दूसरे के साथ मिलकर काम करता है. यही वजह है कि हमारी 75 प्रतिशत भावनाएं किसी न किसी गंध पर आधारित होती हैं.
अगर आपके घर के पास कोई विशेष सुगंध है, तो आपका मस्तिष्क इसे आपके घर की यादों के साथ जोड़ देता है. इसलिए किसी और शहर में भी ऐसी सुगंध मिलने पर आपको अपने घर की याद आएगी. आपका मस्तिष्क आपको अपने घर में होने अहसास देगा. हालांकि ये भावना अस्थायी होगी. लेकिन थोड़ी देर के लिए ही सही आपको अच्छा लगेगा.
वहीं बोतल में बंद हवा का ये फॉर्मूला सिर्फ उन शहरों पर लागू होता है जहां की हवा सांस लेने लायक है. अगर दिल्ली में रहने वाला कोई व्यक्ति अभी ब्रिटेन के किसी शहर में मौजूद हो और वो दिल्ली की हवा को स्मेल करना चाहे तो ये सही नहीं होगा. क्योंकि, कल दिल्ली का AQI शुद्ध हवा के पैमाने से करीब 5 गुना ज्यादा खराब है.
एक सच्चाई ये भी है कि अक्सर कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की सूंघने और स्वाद की क्षमता कुछ दिनों के लिए खत्म हो जाती है. यानी अगर कोई व्यक्ति अपने घर से दूर है और इस वायरस से संक्रमित है तो बोतल में बंद ये हवा भी उन्हें घर के करीब होने का अहसास नहीं दे पाएगी.
ट्रेन्डिंग फोटोज़