Indonesia New Capital: मुस्लिमों के बड़े देश इंडोनेशिया (Indonesia) की राजधानी जकार्ता (Jakarta) तेजी से पानी में समाती जा रही है. जावा सागर में जकार्ता डूबता चला जा रहा है. ऐसे में इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो ने फैसला किया है कि राजधानी को बोर्नियो (Borneo) में शिफ्ट किया जाएगा. एक अनुमान के मुताबिक, साल 2050 तक इंडोनेशिया की मौजूदा राजधानी जकार्ता का लगभग एक तिहाई हिस्सा पानी में डूब जाएगा. बढ़ती भीड़, प्रदूषण, भूकंप का संवेदनशील क्षेत्र, तेज हवाएं और डूबते जा रहे जकार्ता को लोग छोड़ने को मजबूर हो रहे हैं. इस बीच इंडोनेशिया ने नई राजधानी बसाने का फैसला किया है.
बता दें कि इंडोनेशिया की नई राजधानी बोर्नियो में होगी. 256 हजार हेक्टेयर जमीन पर इंडोनेशिया की नई राजधानी बसेगी. बोर्नियों में बसने वाले शहर का इन्फ्रास्ट्रक्चर अत्याधुनिक होगा. सारी मॉर्डन सुख-सुविधाओं की वहां व्यवस्था होगी.
हालांकि, बड़ी चुनौती ये है कि जहां नई राजधानी बसाई जा रही है वह जंगली इलाका है. वहीं, बड़ी संख्या में आदिवासी और जंगली जानवर रहते हैं. अगर नई राजधानी बसाई जाएगी तो बड़े पैमाने पर पेड़ काटे जाएंगे. आदिवासियों और जानवरों को पलायन के लिए मजबूर होना पड़ेगा.
गौरतलब है कि डूबते शहर जकार्ता में फिलहाल करीब 1 करोड़ लोग रहते हैं. शहर के डूबने की प्रमुख वजह ज्यादा मात्रा में भूजल निकलना बताया जा रहा है. दूसरी तरफ ग्लोबल वॉर्मिंग के कारण जावा सागर का जलस्तर लगातार बढ़ रहा है.
वहीं, इंडोनेशिया के राष्ट्रपति जोको विडोडो की मानें तो उन्होंने देश की नई राजधानी की कल्पना की थी जो अब साकार हो रही है. उन्होंने बोर्नियो में नई राजधानी बनाने की अनुमति दे दी है.
इंडोनेशिया की सरकार का कहना है कि नई राजधानी एक फॉरेस्ट सिटी होगी. 65 फीसदी इलाके पर वहां जंगल होगा. अगले साल इस नए शहर का उद्घाटन किया जा सकता है. इसको पूरी तरह से बनाने में 2045 तक का वक्त लग सकता है.
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