ईरान के सरकारी टीवी चैनल ने तेहरान के पास दुनिया के सबसे घातक ड्रोन्स होने का दावा किया है. सरकारी मीडिया में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक कहा गया है कि ये ड्रोन्स किसी भी दुश्मन को पल भर में मार गिरा सकते हैं.
कहा जा रहा है कि जागरोस की पहाड़ियों (Zagros Mountains) के नीचे बनाई गई इन सुरंगों के अंदर ईरानी सेना (Iranian Army) के खतरनाक ड्रोन्स रखे हैं. हालांकि ईरान की स्टेट मीडिया ने इस बेस की लोकेशन नहीं बताई है.
इन सुरंगों के अंदर कम से कम 100 मिलिट्री ड्रोन्स रखे गए हैं. जिनकी तस्वीरें देखकर मिडिल ईस्ट और खाड़ी देशों में अजीब सी हलचल देखी जा रही है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जागरोस पहाड़ के नीचे बनाई गई इन सुरंगों के अंदर खतरनाक अबाबिल-5 (Ababil-5) ड्रोन्स भी मौजूद हैं. जिनमें खतरनाक काएम-5 (Qaem-5) मिसाइलें लगी हैं.
ईरान की सेना की मंजूरी के बाद सरकारी टीवी चैनल ने जो वीडियो जारी किया है उसके कैप्शन में ड्रोन्स की खासियत बताने के साथ-साथ अमेरिका और दुश्मन देशों के लिए चेतावनी भरे संकेत भी छिपे हैं.
आपको बता दें कि Qaem-5 मिसाइलें स्वदेशी तकनीकि से बनी हैं. जो ईरान द्वारा विकसित एयर टू सरफेस पर मार करने वाली मिसाइलें हैं. कहा जाता है कि ये मिसाइल अमेरिका की हेलफायर मिसाइल (Hellfire Missile) की तरह खतरनाक हैं.
ईरानी सेना के कमांडर मेजर जनरल अब्दुलारहीम मौसावी ने कहा कि इस्लामिक रिपब्लिक ऑफ ईरान की सेना इलाके की सबसे मजबूत सेना है.
ईरानी स्टेट मीडिया के संवाददाता ने बताया कि उन्हें इस ड्रोन साइट तक पहुंचने में हेलीकॉप्टर से 45 मिनट का वक्त लगा था. जब उन्होंने बीते गुरुवार को पश्चिमी ईरान स्थित Kermanshah सिटी से इस सीक्रेट अंडरग्राउंड ड्रोन साइट तक पहुंचने के लिए उड़ान भरी थी. रिपोर्टर ने ये भी कहा कि इस पूरी राइड के दौरान उनकी आंखों को ढंक दिया गया था. जब वो बेस में पहुंचे तब जाकर उनकी आंखों की पट्टी खोली गई थी.
रॉयटर्स में प्रकाशित रिपोर्ट के मुताबिक ईरानी सेना के मेजर जनरल ने कहा कि हमारे ड्रोन्स किसी भी तरह के हमले को काउंटर करने या दुश्मन के होश उड़ाने के लिए काफी हैं.
टीवी फुटेज में दिख रहा है कि एक लाइन में ढेर सारे ड्रोन्स खड़े हैं. जिनमें मिसाइलें तैनात हैं. ये सुरंगें कई मीटर लंबी हैं.
ईरान ने अपने सैन्य बेड़े में इन घातक ड्रोन्स होने का खुलासा उस वक्त किया है जब हाल ही में ईरानियन रिवोल्यूशनरी गार्ड्स (IRG) ने खाड़ी में दो ग्रीक टैंकर्स को सीज किया था. इसे तेहरान की जवाबी कार्रवाई कहा गया क्योंकि इससे पहले अमेरिका (US) ने ईरान के तेल को ग्रीक तट पर रोका था. वहीं ईरान अपनी फोर्स के कर्नल की मौत से भी बौखलाया है जिनकी हाल ही में हत्या कर दी गई थी.
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ईरान के साथ पहले हुई परमाणु संधि को निरस्त कर दिया था इसके बाद से ईरान और अमेरिका के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. बाइडेन प्रशासन के इस दौर में भी ईरान को लेकर अमेरिका के रुख में कुछ खास बड़ा बदलाव नहीं आया है.
गौरतलब है कि ईरान ने अपनी सेना के कमांडर सुलेमानी की हत्या के बाद खुद को मजबूत बनाने के साथ अमेरिका से बदला लेने की कसम खाई थी. इसके बाद ईरान की सेना खाड़ी क्षेत्र में लगातार आक्रामक रुख अपनाए हुए है. माना जा रहा है कि पहाड़ियों को काटकर बनाई गई खुफिया सुरंग के भीतर खड़े इन ड्रोन्स का प्रदर्शन करके ईरान ने जता दिया है कि उसे किसी भी तरह से हल्के में लेना भारी भूल होगी.
(PHOTO: IRANIAN ARMY/WANA/REUTERS)
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