अक्सर सर्दियों के मौसम में कई दिनों तक सूरज के दर्शन नहीं होते हैं, लेकिन अमेरिका (America) के अलास्का (Alaska) में एक ऐसा शहर भी है, जहां साल में करीब 66 दिनों तक सूर्योदन नहीं होता है और लोगों को इस दौरान भयंकर ठंड का सामना करना पड़ता है.
उतकियागविक (Utqiagvik) के लोगों को इस साल आखिरी बार 19 नवंबर को सूरज के दर्शन हुए थे और अब 66 दिनों बाद यानी 22 जनवरी 2021 तक सूर्योदय नहीं होगा. यहां 23 जनवरी 2021 को सूरज निकलेगा.
अलास्का में स्थित Utqiagvik नाम के शहर में हर साल ऐसा होता है और इस बदलाव को 'पोलर नाइट' कहते हैं. शहर में कुछ घंटे के लिए रोशनी होती है, लेकिन चमकता सूरज नहीं दिखाई देता है.
बता दें कि पृथ्वी अपनी एक्सिस पर टेढ़ी खड़ी है. इसके कारण उसके दोनों पोल्स यानी नॉर्थ और साउथ पोल पर सूरज की रोशनी एक साथ नहीं पड़ती. यही कारण है कि नॉर्थ में अगर दिन रहता है तो साउथ पोल में उन दिनों रात होती है. नॉर्थ पोल को आर्कटिक सर्कल कहते हैं, जबकि साउथ पोल को अंटार्कटिक सर्कल. आर्कटिक सर्किल की ऊंचाई पर स्थित होने की वजह से सूरज सर्दियों के मौसम में यहां क्षितिज से ऊपर नहीं आ पाता है. विज्ञान में इसे ही पोलर नाइट कहा जाता है.
अलास्का का उतकियागविक (Utqiagvik) आर्कटिक सर्कल में पड़ता है और यह शहर बाकी जगहों के मुकाबले काफी ऊंचाई पर है. इस कारण यहां सूरज की रोशनी नहीं पहुंच पाती और लंबे समय तक अंधेरा रहता है.
पोलर नाइट के दौरान उतकियागविक (Utqiagvik) के लोगों को कड़ाके की ठंड का सामना करना पड़ता है. नवंबर से जनवरी तक यहां तापमान काफी नीचे रहता है और यह माइनस 23 डिग्री तक चला जाता है. साथ ही यहां विजिबलिटी भी काफी कम हो जाती है.
उतकियागविक शहर के लोगों को पोलर नाइट की आदत है और वे इसे सेलिब्रेट करते हैं. यही वजह है कि जिस दिन सूरज अस्त होता है, उस दिन लोग जश्न मनाते हैं और फिर जिस दिन सूरज निकलता है, उस दिन भी लोगों के बीच खुशी का माहौल होता है.
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