Narendra Modi Visit Bhutan: भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को भूटान में सर्वोच्च नागरिक सम्मान से नवाजा गया है. भूटान की यात्रा पर पहुंचे पीएम मोदी को भूटान ने अपने देश का सर्वोच्च नागरिक सम्मान देकर सम्मानित किया है. मोदी, भूटान का सर्वोच्च नागरिक सम्मान पाने वाले पहले विदेशी राष्ट्राध्यक्ष हैं.
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Order of the Druk Gyalpo : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भूटान में दो दिन के दौरे पर हैं. इस दौरान पीएम मोदी को भूटान का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार 'ऑर्डर ऑफ द ड्रुक ग्यालपो' मिला है. PM मोदी यह सम्मान हासिल करने वाले पहले विदेशी शासनाध्यक्ष बन गए हैं. बता दें, भूटान के राजा जिग्मे खेसर नामग्याल वांगचुक ने पीएम मोदी को इस पुरस्कार से सम्मानित किया. शुक्रवार ( 22 मार्च ) को PM मोदी राजधानी थींपू के ताशिचो द्जोंग पैलेस पहुंचे थे. यहां उनका भव्य स्वागत किया गया था.
भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे ने पारो एयरपोर्ट पर PM मोदी से गले मिलकर स्वागत किया. टोबगे ने मोदी से कहा, "स्वागत है मेरे बड़े भाई. तो वहीं पीएम मोदी के भूटान दौरे से स्थानीय लोग काफी खुश है. एक बच्चे ने बताया कि पीएम मोदी हमारे देश आए हैं, हमें बहुत खुशी है. पीएम मोदी का राजधानी थिंफू में जोरदार स्वागत हुआ. सड़क किनारे खड़े लोगों ने पीएम मोदी का अभिवादन किया. एयरपोर्ट पर भूटान के पीएम शेरिंग तोबगे ने पीएम मोदी का स्वागत किया. साथ ही पीएम मोदी को एयरपोर्ट पर गार्ड ऑफ ऑनर भी दिया गया.
PM ने बताया 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान
भूटान के थिंपू में ऑर्डर ऑफ द ड्रूक ग्यालपो सम्मान से सम्मानित होने के बाद पीएम मोदी ने इसे 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान बताया, उन्होंने कहा कि यह सम्मान मेरी व्यक्तिगत उपलब्धि नहीं है, यह भारत और 140 करोड़ भारतीयों का सम्मान है. मैं इस महान भूमि में सभी भारतीयों की ओर से विनम्रतापूर्वक इस सम्मान को स्वीकार करता हूं. भूटान और इस सम्मान के लिए आप सभी को तहे दिल से धन्यवाद.
पीएम मोदी ने आगे कहा, कि आज एक भारतीय के नाते मेरे जीवन का बहुत बड़ा दिन है, आपने मुझे भूटान के सर्वोच्च राष्ट्रीय पुरस्कार से सम्मानित किया है. हर पुरस्कार अपने आप में विशेष होता ही है लेकिन जब किसी अन्य देश से पुरस्कार मिलता है तो यह महसूस होता है कि हम दोनों देश सही दिशा में आगे बढ़ रहे हैं.
अभी तक केवल चार लोगों को मिला यह सम्मान
भूटान ने ऑर्डर ऑफ द ड्रूक ग्यालपो को शुरू करने के बाद से अभी तक केवल चार लोगों को यह सम्मान दिया गया है. बता दें, चौथी हस्ती भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हैं. साथ ही वह सम्मान पाने वाले पहले विदेशी भी हैं. यह पुरस्कार सबसे पहले 2008 में भूटान की रॉयल क्वीन दादी आशी केसांग चोडेन वांगचुक को दिया गया था. इसी साल यह पुरस्कार जे थ्रिजुर तेनजिन डेडुप (भूटान के 68वें जे खेंपो) को देकर सम्मानित किया गया. इसके दस साल बाद यह पुरस्कार 2018 में जे खेंपो त्रुलकु न्गावांग जिग्मे चोएद्रा को प्रदान किया गया था. जे खेंपो भूटान के केंद्रीय मठ निकाय के मुख्य मठाधीश हैं.
5 साल में दूसरा दौरा
पीएम मोदी इससे पहले 2019 में भूटान गए थे. इस दौरे में भारत और भूटान के बीच कई समझौते हुए थे. जिसमें आर्थिक सहयोग और कनेक्टिविटी जैसी परियोजनाओं का शुभारंभ किया गया था. हाल ही में भूटान के प्रधानमंत्री शेरिंग टोबगे भारत दौरा पर भी आए थें. बता दें, प्रधानमंत्री भूटान में 23 मार्च तक रहेंगे, इस बीच दोनों देशों के बीच कई समझौते होने की उम्मीद है.
भारत भूटान के रिश्ते
भारत और भूटान आपसी विश्वास, विकास और सहयोग के साथ आपसी संबंध साझा करते हैं. दोनों देशों के बीच औपचारिक राजनयिक संबंध 1968 में बनाए गए थे, जिसकी आधारशिला 1949 में रखी गई थी. भारत भूटान का सबसे बड़ा ट्रेड पार्टनर होने के साथ साथ एक बड़ा सहयोगी भी है. भारत भूटान के विकास के लिए भूटान में कई परियोजनाए चला रहा है.