पीएम मोदी का अब वारसॉ चांसलरी में भव्य स्वागत, दो दिन की यात्रा में भारतीय PM के लिए कैसे बिछ गया पोलैंड
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पीएम मोदी का अब वारसॉ चांसलरी में भव्य स्वागत, दो दिन की यात्रा में भारतीय PM के लिए कैसे बिछ गया पोलैंड

PM Modi In Poland: भारत और पोलैंड के बीच रिश्तों के सात दशक पूरे होने के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रम रखे गए. यह संयोग है कि 45 साल बाद किसी भारतीय पीएम की पोलैंड यात्रा हो रही है. आधिकारिक वार्ता से पहले चांसलरी में मोदी का औपचारिक स्वागत किया गया.

पीएम मोदी का अब वारसॉ चांसलरी में भव्य स्वागत, दो दिन की यात्रा में भारतीय PM के लिए कैसे बिछ गया पोलैंड

Ceremonial Welcome: पोलैंड पहुंचे पीएम मोदी की यात्रा के अगले दिन गुरुवार को वारसॉ चांसलरी में सेरेमोनियल स्वागत हुआ है. वहां पीएम मोदी का उनके पोलिश समकक्ष डोनाल्ड टस्क ने स्वागत किया. इस दौरान पीएम मोदी अपने भव्य स्वागत को लेकर पॉलिश पीएम का शुक्रिया करते भी दिखाई दिए. इसके बाद दोनों नेताओं के बीच आधिकारिक बैठक भी हुई. बैठक के बाद साझा प्रेस कॉन्फ्रेंस में दोनों नेताओं ने अपने विचार भी रखे और बताया कि किन किन मुद्दों पर सहमति बनी है. पीएम मोदी की पोलैंड यात्रा के पहले दिन में भी वहां के लोगों ने पीएम का भव्य स्वागत किया था.

रिश्तों के सात दशक

भारत और पोलैंड के बीच रिश्तों के सात दशक पूरे होने के उपलक्ष्य में कई कार्यक्रम रखे गए. यह संयोग है कि 45 साल बाद किसी भारतीय पीएम की पोलैंड यात्रा हो रही है. फिलहाल पीएम मोदी और पीएम टस्क की बैठक में भारत और पोलैंड इस बात पर सहमत हुए कि वैश्विक चुनौतियों से निपटने के लिए संयुक्त राष्ट्र एवं अन्य वैश्विक संस्थाओं में सुधार वक्त की दरकार है 

संबंध को रणनीतिक साझेदारी में तब्दील करने का निर्णय

बैठक के बाद प्रेस ब्रीफिंग में प्रधानमंत्री मोदी ने यूक्रेन संघर्ष पर गहरी चिंता जताते हुए कहा कि युद्ध के मैदान में समाधान नहीं निकाला जा सकता है. भारत और पोलैंड ने अपने संबंध को रणनीतिक साझेदारी में तब्दील करने का निर्णय लिया है. मोदी ने युद्धग्रस्त यूक्रेन से 2022 में भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकालने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने के लिए पोलैंड के प्रधानमंत्री टस्क का आभार भी जताया. वहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने में योगदान देने के लिए पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क की प्रशंसा की है.

चांसलरी में मोदी का औपचारिक स्वागत

इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने गुरुवार को पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क के साथ मुलाकात की और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने के तरीकों पर चर्चा की. मोदी दो देशों की अपनी यात्रा के पहले चरण में बुधवार को पोलैंड पहुंचे थे. मोदी यूक्रेन की राजधानी कीव भी जाएंगे. प्रधानमंत्री मोदी की पोलैंड यात्रा पिछले 45 वर्षों में किसी भारतीय प्रधानमंत्री की पोलैंड की पहली यात्रा है. वार्ता से पहले चांसलरी में मोदी का औपचारिक स्वागत किया गया.

डोनाल्ड टस्क ने गर्मजोशी से अगवानी की

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की वारसॉ में फेडरल चांसलरी में पोलैंड के प्रधानमंत्री डोनाल्ड टस्क ने गर्मजोशी से अगवानी की और उनका औपचारिक स्वागत किया. वहीं पीएम टस्क ने भी सोशल मीडिया पर लिखा कि आखिरकार. 45 साल बाद! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आपको वारसॉ में देखकर बहुत अच्छा लगा. प्रधानमंत्री मोदी पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेज सेबेस्टियन डूडा के साथ भी बातचीत करेंगे.

हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति और द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा

वहीं विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने भी गुरुवार को कहा कि उन्होंने पोलैंड के अपने समकक्ष राडोस्लाव सिकोर्स्की के साथ यूक्रेन संघर्ष, हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति और द्विपक्षीय सहयोग जैसे कई विषयों पर सार्थक वार्ता की. जयशंकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के प्रतिनिधिमंडल के सदस्य के रूप में यहां आए हैं. जयशंकर ने लिखा कि पोलैंड के विदेश मंत्री राडोस्लाव सिकोर्स्की के साथ अच्छी बातचीत हुई. यूक्रेन विवाद, हिंद-प्रशांत क्षेत्र की स्थिति और द्विपक्षीय सहयोग पर चर्चा हुई. उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि प्रधानमंत्री मोदी की यात्रा पोलैंड के साथ द्विपक्षीय संबंधों को नई गति प्रदान करेगी. 

भारत की नीति सभी देशों के करीब रहने की

इससे पहले पोलैंड की राजधानी में भारतीय समुदाय के लोगों को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि दशकों तक भारत की नीति सभी देशों से दूरी बनाकर रखने की रही थी. हालांकि आज के भारत की नीति सभी देशों के करीब रहने की है. उन्होंने ‘मोदी-मोदी’ के नारों के बीच कहा कि भारत भगवान बुद्ध की धरती है. इसलिए भारत इस क्षेत्र में स्थायी शांति का समर्थक है. हमारा रुख बहुत स्पष्ट है - यह युद्ध का युग नहीं है. यह उन चुनौतियों के खिलाफ एक साथ आने का समय है जो मानवता को खतरे में डालती हैं. इसलिए, भारत कूटनीति और संवाद में विश्वास करता है.

‘गुड महाराजा स्क्वायर’ सहित तीन स्मारकों पर श्रद्धांजलि

इतना ही नहीं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बुधवार को पोलैंड की राजधानी में ‘गुड महाराजा स्क्वायर’ सहित तीन स्मारकों पर श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्होंने कहा कि मानवता और करुणा एक ‘‘न्यायपूर्ण और शांतिपूर्ण दुनिया’’ के लिए महत्वपूर्ण आधार हैं. प्रधानमंत्री मोदी ने वारसॉ में वलीवाडे-कोल्हापुर स्मारक और मोंटे कैसीनो की लड़ाई के स्मारक पर भी श्रद्धांजलि अर्पित की. 

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