चीन पर फिर बरसा अमेरिका, कहा- दूसरे के लिए खतरा पैदा कर रहा 'ड्रैगन'
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चीन पर फिर बरसा अमेरिका, कहा- दूसरे के लिए खतरा पैदा कर रहा 'ड्रैगन'

चीन की कारगुजारियों पर अमेरिका पैनी नजर रखे हुए है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Mike Pompeo) का कहना है कि बीजिंग अपनी रणनीतिक स्थिति का लाभ उठाकर दूसरों को धमका रहा है और उनके लिए खतरा उत्पन्न कर रहा है.

माइक पोम्पिओ ने कहा कि चीन की तरफ से पैदा किया जा रहा खतरा वास्तविक है...

वाशिंगटन: चीन (China) की कारगुजारियों पर अमेरिका पैनी नजर रखे हुए है. अमेरिकी विदेश मंत्री माइक पोम्पिओ (Mike Pompeo) का कहना है कि बीजिंग अपनी रणनीतिक स्थिति का लाभ उठाकर दूसरों को धमका रहा है और उनके लिए खतरा उत्पन्न कर रहा है. फॉक्स न्यूज के साथ इंटरव्यू के दौरान भारत-चीन विवाद और दक्षिण सागर में चीन की भूमिका पर बोलते हुए उन्होंने कहा, ‘चीन की तरफ से पैदा किया जा रहा खतरा वास्तविक है. चीनी कम्युनिस्ट पार्टी लंबे समय से यह प्रयास कर रही है. निश्चित तौर पर जमीन पर उसे रणनीतिक स्थिति का फायदा होता है और वह इसका लाभ उठाकर दूसरों को आतंकित करने में लगा है’.    

पोम्पिओ ने आगे कहा, ‘भारत से लगी सीमा पर जो कुछ हो रहा है, वह वास्तविक खतरा है और इसके लिए चीन लंबे समय से प्रयासरत है’. गौरतलब है कि लद्दाख और उत्तरी सिक्किम में LAC पर भारत और चीन की सेनाएं आमने-सामने हैं. पिछले दो हफ्तों से सीमा विवाद को लेकर दोनों देशों में गतिरोध बना हुआ है.

अमेरिकी विदेश मंत्री ने कहा, ‘चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग अपनी सैन्य क्षमता बढ़ाने को लेकर प्रतिबद्ध हैं. हमारा रक्षा विभाग खतरे को समझने का हर संभव प्रयास कर रहा है’. शी जिनपिंग राष्ट्रपति के साथ-साथ अपनी सेना के प्रमुख भी हैं. उन्होंने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के नेतृत्व में मैं आश्वस्त हूं कि हमारा रक्षा विभाग, हमारी सेना, हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा प्रतिष्ठान हमें उस स्थिति में बनाए रखेंगे, जहां हम अमेरिकी लोगों की रक्षा कर सकते हैं. भारत, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण कोरिया, जापान, ब्राजील और यूरोप सहित दुनियाभर के हमारे सहयोगियों के साथ हमारी अच्छी भागीदारी हो सकती है’.

गौरतलब है कि कोरोना संकट के बीच चीन की तरफ से लगातार दुनिया में अस्थिरता और आशांति फैलाने वाले काम किये जा रहे हैं. भारत के साथ वह सीमा-विवाद में उलझा और दक्षिण सागर में अपनी चौधराहट साबित करने में लगा है. इसके अलावा, ताइवान और हांगकांग के लिए भी वह परेशानी बन गया है.

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