Russia Ukraine War: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दीमीर जेलेंस्की से फोन पर बात की है. दोनों देशों के नेताओं ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध पर चर्चा की.
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PM Modi Volodymyr Zelenskyy: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को यूक्रेन के राष्ट्रपति वोल्दीमीर जेलेंस्की से फोन पर बात की है. दोनों देशों के नेताओं ने रूस और यूक्रेन के बीच जारी युद्ध पर चर्चा की. बातचीत में पीएम मोदी ने युद्ध जल्द खत्म करने को कहा. प्रधानमंत्री ने यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की के साथ बातचीत में संयुक्त राष्ट्र चार्टर, अंतरराष्ट्रीय कानून और सभी राज्यों की संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता का सम्मान करने के महत्व को भी दोहराया.
पीएम मोदी ने बातचीत में क्या कहा
पीएम मोदी ने जंग को जल्द खत्म करने और बातचीत और कूटनीति के रास्ते पर चलने की जरूरत के लिए अपना आह्वान दोहराया. पीएम मोदी ने बातचीत में कहा, परमाणु प्रतिष्ठानों को खतरे में डालने के जन स्वास्थ्य, पर्यावरण पर दूरगामी और विनाशकारी प्रभाव हो सकते हैं. उन्होंने कहा कि यू्क्रेन संकट का कोई सैन्य समाधान नहीं हो सकता, भारत किसी भी शांति प्रयास में योगदान देने के लिए तैयार है.
बता दें कि रूस और यूक्रेन के बीच जंग को करीब 8 महीने हो गए हैं. 14 फरवरी को दोनों देशों के जंग शुरू हुई थी. इस बीच, यूक्रेनी सैनिकों को देश के दक्षिणी खेरसॉन क्षेत्र में नयी बढ़त मिली है और सोमवार को भी उनका यह अभियान जारी रहा, जो मॉस्को के लिए असहज स्थिति पैदा कर रहा है.उल्लेखनीय है कि खेरसॉन वह क्षेत्र है जिसका रूस विलय करना चाहता है.
यूक्रेन के लिए खेरसॉन मुश्किल युद्ध का मैदान साबित हुआ है और यहां, पिछले महीने देश के दूसरे सबसे बड़े शहर खारकीव पर फतह हासिल करने के मुकाबले उसे अपेक्षाकृत धीरे-धीरे सफलता मिल रही है. खेरसॉन उन चार इलाकों में शामिल है जिन्हें क्रेमलिन प्रायोजित ‘जनमत संग्रह’ के बाद रूस ने पिछले सप्ताह मॉस्को के साथ विलय करने का ऐलान किया था.
क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति कार्यालय) नियंत्रित संसद के निचले सदन ने सोमवार को विलय को लेकर की गई संधि की पुष्टि कर दी. क्रेमलिन के प्रवक्ता दमित्री पेस्कोव ने सोमवार को बताया कि दो क्षेत्र दोनेत्स्क और लुहांस्क वर्ष 2014 में रूस समर्थकों और यूक्रेन समर्थकों के बीच संघर्ष से पहले तय प्रशासनिक सीमा के साथ रूस में शामिल हो रहे हैं. उन्होंने रेखांकित किया कि जापोरिज्जिया और खेरसॉन का मुद्दा खुला है और बातचीत जारी है.
यूक्रेन के मीडिया ने अपने देश के सैनिकों की तस्वीर प्रसारित की है जिसमें वे ख्रीश्चेनिवका गांव में राष्ट्रीय ध्वज फहराते नजर आते हैं. यह गांव उसी खेरसॉन इलाके में स्थित है जहां पर रूसी सुरक्षा पंक्ति मौजूद थी. कीव गर्मियों से ही लगातार जवाबी कार्रवाई करते हुए रूस के आपूर्ति मार्ग को निशाना बना रहा है. यूक्रेन रूस के कब्जे वाले निपर नदी क्षेत्र के पश्चिमी हिस्सों में बढ़त बना रहा है.
रूस पर है ये आरोप
यूक्रेन के परमाणु ऊर्जा प्रदाता विभाग ने रूस पर यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र के प्रमुख का 'अपहरण' करने का आरोप लगाया. यूक्रेन की परमाणु कंपनी एनर्गोटम ने कहा कि रूसी सेना ने जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र के महानिदेशक इहोर मुराशोव को शुक्रवार अपराह्न करीब चार बजे अगवा कर लिया. जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर रूस के सैनिकों का कब्जा है.
एनर्गोटम ने कहा कि रूसी सैनिकों ने मुराशोव की कार को रोका, उनकी आंखों पर पट्टी बांधी और फिर उन्हें एक अज्ञात स्थान पर ले गए. एनर्गोटम के अध्यक्ष पेट्रो कोटिन ने कहा, 'रूस द्वारा उनको हिरासत में लेने की घटना यूक्रेन और यूरोप के सबसे बड़े परमाणु ऊर्जा संयंत्र की सुरक्षा को खतरे में डालती है.' पेट्रो कोटिन ने मांग की कि रूस तुरंत मुराशोव को रिहा करे.
रूस ने हालांकि, परमाणु ऊर्जा संयंत्र के महानिदेशक इहोर मुराशोव को हिरासत में लेने की बात स्वीकार नहीं की है. अंतरराष्ट्रीय परमाणु ऊर्जा एजेंसी जिसके कर्मचारी संयंत्र में तैनात हैं, ने एनर्गोटम के मुराशोव के अपहरण के दावे को स्वीकार नहीं किया है.
जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र बार-बार यूक्रेन में जारी युद्ध की कार्रवाई का शिकार हुआ है. रूसी सैनिकों द्वारा जापोरिज्जिया परमाणु ऊर्जा संयंत्र पर कब्जा करने के बाद यूक्रेनी तकनीशियनों ने इसे चलाना जारी रखा है. संयंत्र के पास चल रही गोलाबारी के बीच सितंबर में संयंत्र का आखिरी रिएक्टर बंद कर दिया गया था.
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