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Russia Ukraine War: क्या रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) किसी जानलेवा बीमारी से जूझ रहे हैं. क्या उन्होंने बीमारी से परेशान होकर सत्ता से हटने का फैसला कर लिया है. इस बारे में बड़ी खबर निकलकर सामने आई है.
'द सन' की रिपोर्ट के मुताबिक रूसी राष्ट्रपति के कार्यालय क्रेमलिन के अंदरूनी सूत्रों का दावा है कि 69 साल के व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) पेट के कैंसर (Abdominal Cancer) और पार्किंसंस रोग (Parkinson Disease) से जूझ रही हैं. उनका जल्द ही कैंसर का ऑपरेशन होना है. जिसके लिए वे अपने खास सहयोगी और हार्डलाइन स्पाई चीफ Nikolai Patrushev को सत्ता सौंपने वाले हैं.
70 साल के Nikolai Patrushev यूक्रेन के खिलाफ युद्ध की रणनीति तैयार करने वाले एक प्रमुख आर्किटेक्ट के रूप में देखा जाता है. सूत्रों का दावा है कि पात्रुशेव ने ही पुतिन (Vladimir Putin) को इस बात के लिए आश्वस्त किया कि यूक्रेन की सरकार नव-नाजीवाद से भर गई है और रूस के खिलाफ बड़ी साजिशें कर रही है.
रिपोर्ट के अनुसार पुतिन (Vladimir Putin) ने अपने खास साथियों के साथ इस बात की चर्चा की है कि वे जल्द ही मेडिकल जांच की प्रक्रिया शुरू करवाने जा रहे हैं. इलाज कर रहे डॉक्टरों का कहना है कि उन्हें तुरंत ऑपरेशन की जरूरत है लेकिन यह कब होगा, इसके बारे में वे ही बता सकते हैं. सर्जरी के बाद जब तक वे फिट नहीं हो जाते, तब तक वे सरकार चलाने में अक्षम रहेंगे. हालांकि पुतिन को लगता है कि ऑपरेशन के बाद वे जल्द ही फिट हो जाएंगे.
रिपोर्ट में दावा किया गया है कि पुतिन (Vladimir Putin) ने ऑपरेशन के बारे में अपने भरोसेमंद स्पाई मास्टर पात्रुशेव से करीब 2 घंटे तक गंभीर बातचीत की. इसके बाद ऑपरेशन के दौरान पात्रुशेव को सत्ता सौंपने का फैसला किया गया. हालांकि अभी इसकी घोषणा नहीं की गई है. रिपोर्ट में कहा गया कि पात्रुशेव हार्डलाइन नेशनलिस्ट हैं. ऐसे में अगर पुतिन की तबियत ज्यादा बिगड़ जाती है और पात्रुशेव रूस के असल शासक बन बैठते हैं तो यूक्रेन युद्ध और भयावह हो सकता है. साथ ही सीधे तौर पर नाटो से भी टकराव शुरू हो सकता है.
सूत्रों का कहना कि पुतिन (Vladimir Putin) काफी लंबे समय से कैंसर (Abdominal Cancer) और पार्किसंस रोग (Parkinson Disease) से जूझ रहे हैं. ऑपरेशन न करवाने की वजह से ये दोनों बीमारियां लगातार बढ़ती जा रही हैं. ऐसे में पुतिन कब ऑपरेशन करवाएंगे, यह क्लियर नहीं है. लेकिन इतना स्पष्ट है कि वे 9 मई से पहले ऑपरेशन के बारे में नहीं सोचेंगे. उस दिन रूस का नेशनल विक्ट्री डे होता है. उसी दिन रूस ने हिटलर की नाजी सेना पर विजय हासिल की थी. इसलिए उस दिन पुतिन हर हाल में मॉस्को में होने वाले मुख्य कार्यक्रम की अध्यक्षता करना चाहते हैं.
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ब्रिटेन के रक्षा सचिव बेन वालेस ने चेतावनी दी कि पुतिन इस दिन का उपयोग यूक्रेन के खिलाफ ऑल आउट वार का ऐलान करने के लिए कर सकते हैं. वे शायद यह घोषणा कर सकते हैं कि नव-नाजीवाद को खत्म करने के लिए रूस के लोगों को एकजुट होकर जवाब देने की जरूरत है.
रूस में इन दिनों मिलिट्री जनरल राष्ट्रपति पुतिन (Vladimir Putin) से मांग कर रहे हैं कि वे यूक्रेन के खिलाफ युद्ध को स्पेशल मिलिट्री ऑपरेशन कहना बंद करें. इसके बजाय इस यु्द्ध को स्पष्ट तौर पर जंग घोषित किया जाए. जिससे रूसी फौजों का मास मोबिलाइजेशन कर यूक्रेन के खिलाफ ऑल आउट वार शुरू की जा सके. साथ ही बेलारूस जैसे सहयोगी देशों से मदद जुटाकर भी यूक्रेन को झुकाया जाए.
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