Rishi Sunak Networth: महिलाओं के खिलाफ हिंसा से निपटने के लिए सरकार के सलाहकार के रूप में पिछले हफ्ते हटाए गए निमको अली ने आव्रजन के मुद्दे पर भारतीय मूल के मंत्री की बयानबाजी की निंदा की और कहा कि यह नस्लवाद को बढ़ावा दे रहा है.
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British Politics: अगर सुएला ब्रेवरमैन गृह सचिव के पद पर बनी रहती हैं तो प्रधानमंत्री ऋषि सुनक अगला चुनाव हार सकते हैं. यह चेतावनी ब्रिटेन सरकार के एक निवर्तमान सहायक ने दी है. महिलाओं के खिलाफ हिंसा से निपटने के लिए सरकार के सलाहकार के रूप में पिछले हफ्ते हटाए गए निमको अली ने आव्रजन के मुद्दे पर भारतीय मूल के मंत्री की बयानबाजी की निंदा की और कहा कि यह नस्लवाद को बढ़ावा दे रहा है.
द गार्जियन ने संडे टाइम्स के साथ अली के इंटरव्यू का जिक्र करते हुए कहा, वह मूल रूप से निगेल फराज के सामान खा रही हैं और जब आप इन चीजों को सामान्य करना शुरू करते हैं तो इसे वापस बॉक्स में रखना मुश्किल होता है. सोमालिया से बाल शरणार्थी के रूप में ब्रिटेन आए अली ने कहा, आपकी गृह सचिव जिस तरह से वह बोल रही हैं और उनकी प्रशंसा की जा रही है, तो यह समस्याग्रस्त है, खासकर तब जब आप प्रधानमंत्री बनने वाले पहले अश्वेत शख्स हों.
अली ने पिछले हफ्ते दिया था इस्तीफा
अली ने पिछले हफ्ते एक लाइव रेडियो प्रसारण के दौरान यह कहते हुए इस्तीफा दे दिया था कि जब महिलाओं, लड़कियों व जातीय अल्पसंख्यकों के अधिकारों की बात आती है तो गृह सचिव से उससे कोई इत्तफाक नहीं रखतीं. अली ने कहा कि अपने मूल देश से लोगों को निर्वासित करने पर चर्चा करते हुए ब्रेवरमैन की आंखों में रोशनी आती है, जो उनके अपने बैकग्राउंड से बहुत अलग नहीं है.
द गार्जियन के मुताबिक अली ने कहा कि आव्रजन पर ब्रेवरमैन की पागल बयानबाजी से उनके पास सलाहकार की भूमिका छोड़ने के अलावा कोई विकल्प नहीं छोड़ा. अली ने ब्रेवरमैन के बारे में कहा, मुझे नहीं पता कि आपकी महत्वाकांक्षा लोगों को रवांडा के लिए उड़ान भरने और मानवाधिकारों से छुटकारा दिलाने की क्यों है.
सुएला पर बोला हमला
पूर्व गृह सचिव प्रीति पटेल की ओर से 2020 में नियुक्त किए गए अली ने कहा, आप रंग की महिला हैं. मैं समझ सकता हूं कि गोरे सक्षम पुरुष कब कहते हैं, लेकिन आप? इसके बारे में बात करना भी मुझे चिंतित करता है. ब्रेवरमैन, जिन्हें मंत्री आचार संहिता का उल्लंघन करने के लिए पूर्व प्रधान मंत्री लिज ट्रस के तहत अपने पद से इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया गया था, ने देश में प्रवासी संकट की तुलना आक्रमण से की थी.
उन्होंने एक मीडिया इंटरव्यू में यह भी कहा कि वह रवांडा में अवैध शरण चाहने वालों को भेजने का सपना देखती है. यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें लगता है कि ब्रेवरमैन की भाषा ऐसी नस्लवादी घटनाओं को भड़काने में मदद कर रही है, उन्होंने कहा: 100 प्रतिशत, यह इसे वैध बना रही है. उन्होंने ब्रेवरमैन पर बदले की भावना और करुणा की कमी का भी आरोप लगाया.
मामले में गृह विभाग के दफ्तर से संपर्क करने पर ब्रेवरमैन के एक करीबी सूत्र ने संडे टाइम्स को बताया, ब्रिटिश लोगों के साथ ईमानदार होना गृह सचिव का कर्तव्य है. वह बयान के लिए माफी नहीं मांगती है. इस बीच यूके में एक हाई कोर्ट ने पिछले हफ्ते पाया कि ब्रेवरमैन ने जीवन यापन संकट के दौरान 50 हजार से अधिक शरण चाहने वालों को दी गई वित्तीय सहायता की राशि पर अवैध रूप से काम किया.
(इनपुट-IANS)
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