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लंदन: अक्सर लोगों की सुसाइड के ऐसे मामले सामने आते हैं जिन्हें जानकार काफी हैरानी होती है. लोग कई तरह के तरीके अपनाकर जीवन खत्म करने का फैसला लेते हैं. लेकिन अब स्विट्जरलैंड में अगर आप इच्छामृत्यु चाहते हैं तो बाकायदा इसके लिए एक मशीन तैयार की गई है जिसमें बैठकर लोग अपनी जान दे सकते हैं.
'डेली मेल' की रिपोर्ट के मुताबिक स्विस सरकार की ओर से इसे कानूनी मान्यता भी मिल चुकी है और इस थ्री-डी प्रिटेंड कैप्सूल में बैठकर आप खुद की जान ले सकते हैं. खास बात ये है कि आप इस कहीं भी ले जा सकते हैं. जो भी लोग सुसाइड करना चाहते हैं, उन्हें कुछ शर्तों को पूरा करने के बाद इस सारको पॉड को ले जाने की इजाजत मिल सकती है.
स्थानीय मेडिकल रिव्यू बोर्ड ने इस ताबूत को कानूनी मान्यता भी दी है जिसे सुसाइड पॉड भी कहा जा रहा है. स्विट्जरलैंड में सुसाइड करना 1942 से कानूनी तौर पर वैध है और अकेले साल 2020 में ही 1300 से ज्यादा लोग इच्छामृत्यु के लिए ऐसी सर्विस ले चुके हैं. इच्छामृत्यु के पैरोकार भी इस खास तकनीक के समर्थन में खड़े हो गए हैं.
इस खास कैप्सूल को एक एनजीओ एग्जिट इंटरनेशन की ओर से तैयार किया गया है और उन लोगों का मानना है कि इच्छामृत्यु चाहने वालों के लिए यह तकतीक काफी मददगार साबित होगी. इस पॉड को बनाने वाले एक्सपर्ट का कहना है कि इस पॉड को अपनी मनचाही जगह पर ले जाया जा सकता है और यह अपने बेस से अलग हट सकता है. फिर इसे ताबूत की तरह इस्तेमाल कर कहीं भी लेकर जा सकते हैं. इस अनोखे अविष्कार के लिए उन्हें 'डॉक्टर डेथ' का नाम भी दिया जा रहा है.
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उनका दावा है कि कैप्सूल को इसके अंदर बैठा हुआ शख्स ऑपरेट कर सकता है. मशीन के बारे में जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि सुसाइड करने से पहले यूजर को अंदर बैठना होगा फिर इसके ऑक्सीजन लेवल को कम किया जा सकता है. फिलहाल वहां एक कैप्सूल के जरिए इच्छामृत्यु दी जाती है जो शख्स को कोमा की हालत में ले जाता है.
मरने वाले व्यक्ति को इस मशीन में बैठकर किसी भी तरह की दर्द या दिक्कत नहीं महसूस होगी. इसके अंदर बैठने के बाद 30 सेकंड के भीतर ही किसी की भी जान जा सकती है. उम्मीद जताई जा रही है कि कानूनी मान्यता के बाद अगले साल से इस खास मशीन का इस्तेमाल शुरू हो सकता है.
कंपनी को इस पॉड को बनाने के लिए काफी पैसा खर्च करना पड़ा है और उनका दावा है कि इससे इच्छामृत्यु चाहने वालों को आसानी होगी. हालांकि कुछ लोगों का मानना है कि यह मशीन सुसाइड मामलों को बढ़ावा देने की कोशिश है और इसके जरिए खुदकुशी के लिए लोगों का रुझान बढ़ेगा जो कि सही बात नहीं है.