कोरोना फंड का पैसा हड़पने के लिए रची अपनी मौत की कहानी, अब पहुंचा जेल
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कोरोना फंड का पैसा हड़पने के लिए रची अपनी मौत की कहानी, अब पहुंचा जेल

अमेरिका में डेविड स्टेवली नाम के एक शख्स ने अपनी मौत का झूठी कहानी रच डाली. यह शख्स कोरोना फंड से पैसे लेने के लिए खुद को 4 कंपनियों का सह-मालिक बता रहा था.

कोरोना फंड का पैसा हड़पने के लिए इस शख्स ने चलीं कई चालें

वॉशिंगटन: अमेरिका से एक अजीब मामला सामने आया है. दरअसल मैसाचुसेट्स (Massachusetts) के रहने वाले डेविड स्टेवली (David Stavele) ने कोरोना से जुड़ी एक सरकारी योजना का लाभ (Covid-19 business aid scheme) उठाने के लिए खुद की मौत की झूठी कहानी रच डाली. बाद में दोषी पाए जाने के बाद उसे कोर्ट ने 56 महीने (56 months in prison) की जेल की सजा सुनाई है.

  1. कोरोना फंड से पैसे लेने को रचा झूठा नाटक
  2. खुद को बताया 4 कंपनियों का को-ओनर
  3. पुलिस द्वारा पकड़ा गया, अब 56 महीने की जेल 

क्या है पूरा मामला?

BBC की एक रिपोर्ट के अनुसार डेविड स्टेवली (David Stavele) ने US गर्वमेंट की योजना का लाभ लेने के लिए खुद को 4 बड़े बिजनेस का झूठा सह मालिक (Co-owner) बताकर करीब 5.5 लाख डॉलर का लोन मांगा. लेकिन पिछले साल पूरे मामले का पर्दा फाश हो गया. इसके बाद डेविड डर गया और उसने अपनी खुदकुशी का नाटक किया और गायब हो गया.

US सरकार को चूना लगाने की थी योजना

इस मामले पर सुनवाई के वक्त सरकारी वकील ने कोर्ट में बताया कि बीते साल अमेरिकी सरकार ने आर्थिक आपातकाल (Economical Emergency) लगाई थी और जरूरतमंदों की आर्थिक मदद के लिए योजनाएं चलाई थीं. लेकिन डेविड ने इसमें धोखाधड़ी की कोशिश की. इस सरकारी योजना में सरकार ने छोटे बिजनेस के लिए मार्च 2020 से मई 2021 तक US Paycheck Protection Programme (PPP) शुरू किया था. ये योजना खास ऐसे बिजनेस के लिए चलाई गई थी जो कि महामारी के कारण प्रभावित हुए हैं. इस योजना के तहत व्यापारियों को कम ब्याज दर पर लोन देने की योजना थी.

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कैसे हुआ फ्रॉड?

54 साल के स्टैवली और उनके 53 साल के साथी डेविड एंड्रयू बुट्ज़िगर (David Andrew Butziger) ने तीन रेस्टोरेंट और डॉक वायरलेस (Dock Wireless) नाम की कंपनी का मालिक बताकर झूठे आवेदन दायर किए थे. दरअसल, तीनों रेस्तरां पहले ही बंद हो चुके थे और डॉक वायरलेस में कोई कर्मचारी ही नहीं था और किसी भी व्यक्ति के पास स्वामित्व में कोई हिस्सेदारी नहीं थी.

सुसाइड नोट छोड़ कर हुआ फरार

मामला खुलने के बाद दोनों आरोपियों को मई 2020 में गिरफ्तार किया गया और स्टेवली को आरोपित होने के बाद घर में नजरबंद कर दिया गया था. न्याय विभाग के मुताबिक, कुछ हफ्तों बाद डेविड स्टेवली ने अपने इलेक्ट्रॉनिक मॉनिटरिंग इक्विपमेंट को काट दिया. इसके बाद परिवार के सदस्यों के पास सुसाइड नोट छोड़ दिया और अपनी कार को समुद्र के किनारे पार्क कर के गायब हो गया. लेकिन जो लोग उसे जानते थे, वह उसकी खुदकुशी को तब से सच नहीं मान रहे थे. फिर मई और जुलाई 2020 के बीच एक तलाशी अभियान शुरू किया गया.

झूठे दस्तावेजों के सहारे पुलिस को 3 महीनों तक दिया चकमा

जब स्टेवली फरार चल रहा था कहा जाता है कि उन 3 महीनों के दौरान, स्टेवली ने देश भर में यात्रा करने और अधिकारियों से बचने के लिए झूठे दस्तावेजों, चोरी की लाइसेंस प्लेट और कम से कम पांच अलग-अलग फोन नंबरों का इस्तेमाल किया. लेकिन US मार्शल ने आखिरकार 23 जुलाई, 2020 को उसे अटलांटा, जॉर्जिया के उत्तर में पकड़ लिया और अब वो 4.5 साल जेल में बिताएगा, उसके बाद 3 साल की निगरानी में उसकी रिहाई होगी.

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