सबसे ताकतवर राष्ट्रपति को किम जोंग ने दिया झटका, पहले दुनियाभर के सामने किया वादा फिर मुकरा
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सबसे ताकतवर राष्ट्रपति को किम जोंग ने दिया झटका, पहले दुनियाभर के सामने किया वादा फिर मुकरा

अमेरिका के प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों ने संसद को बताया कि उत्तर कोरिया के वादे के मुताबिक परमाणु हथियारों को नष्ट करने की उम्मीद नहीं है

ट्रंप और किम के बीच दूसरी मुलाकात होने की उम्मीद है.(फाइल फोटो)

वॉशिंगटन: अमेरिका के प्रमुख राष्ट्रीय सुरक्षा अधिकारियों ने संसद को बताया कि उत्तर कोरिया के वादे के मुताबिक परमाणु हथियारों को नष्ट करने की उम्मीद नहीं है. ट्रंप इस बयान के बाद भड़के हुए हैं. ट्रंप ने बुधवार को ट्वीट कर कहा कि उत्तर कोरिया के साथ संबंध, “अमेरिका के साथ उसके संबंधों के सर्वश्रेष्ठ दौर में हैं.” उन्होंने प्रगति के संकेत के तौर पर उत्तर कोरिया के परमाणु और प्रक्षेपास्त्र परीक्षणों में ठहराव, अमेरिकी सेवा के कुछ सदस्यों की वापसी और कभी वहां हिरासत में लिये गए कुछ अमेरिकियों की रिहाई को इंगित किया. इसके बाद भी, राष्ट्रीय खुफिया निदेशक डैन कोट्स ने कांग्रेस को मंगलवार को बताया कि खुफिया जानकारी उस विचार का समर्थन नहीं करती कि उत्तर कोरियाई नेता किम जोंग उन अपने परमाणु हथियारों को नष्ट करेंगे. पिछले साल ट्रंप से मुलाकात के बाद किम ने निरस्त्रीकरण को लेकर प्रतिबद्धता जताई थी.  फरवरी में ट्रंप और किम के बीच दूसरी मुलाकात होने की उम्मीद है. 

दूसरी मुलाकात से पहले डोनाल्ड ट्रंप ने लिखी किम जोंग को चिट्ठी
इससे पहले उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने दोनों नेताओं के बीच शिखर वार्ता से पहले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से मिले पत्र पर 'बेहद संतोष' जताया. 

तकनीकी पहलूओं पर होगी वार्ता
सरकारी समाचार एजेंसी केसीएनए ने कहा कि किम ट्रंप के साथ बैठक से जुड़े तकनीकी पहलुओं पर बातचीत की तैयारी कर रहे हैं. अगले महीने प्रस्तावित बैठक को लेकर उत्तर कोरिया की ओर से यह पहली प्रतिक्रिया आई है. किम का दाहिना हाथ कहे जाने वाले दूसरे बड़े नेता किम योंग चोल ने उन्हें यह पत्र सौंपा. चोल ने पिछले हफ्ते ट्रंप से वाशिंगटन में मुलाकात की थी. 

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परमाणु निरस्त्रीकरण पर होगी वार्ता
अमेरिका और उत्तर कोरिया परमाणु निरस्त्रीकरण पर एक समझौता करना चाहते हैं, जिससे दोनों देशों के बीच दशकों से चली आ रही शत्रुता को कम किया जा सके. दोनों नेताओं ने पिछले साल जून में सिंगापुर में पहली मुलाकात की थी, जहां उन्होंने अस्पष्ट दस्तावेज पर हस्ताक्षर किए थे. इसमें किम ने कोरियाई प्रायद्वीप के ‘परमाणु निरस्त्रीकरण’ की दिशा में काम करने का वचन लिया था.

जल्द होगा मीटिंग की जगह का ऐलान
इससे पहले ट्रंप ने शनिवार को बिना विस्तृत जानकारी दिये कहा था कि सम्मेलन की जगह तय हो चुकी है. व्हाइट हाउस ने फरवरी में सम्मेलन होने की पुष्टि की है. 

इनपुट भाषा से भी 

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