भारतीय मूल की अमेरिकी अधिवक्ता नेओमी राव ने मांगी माफी, जानिए क्या है वजह
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भारतीय मूल की अमेरिकी अधिवक्ता नेओमी राव ने मांगी माफी, जानिए क्या है वजह

येल से स्नातक की पढ़ाई के दौरान राव ने एक लेख में लिखा था कि जब कोई महिला बहुत पीती है तो अपने काम के लिए वह खुद जिम्मेदार होती है.

.(फाइल फोटो)

वॉशिंगटन: अमेरकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा शक्तिशाली ‘डीसी सर्किट कोर्ट ऑफ अपील्स’ के लिए नामित भरतीय मूल की अमेरिकी अधिवक्ता नेओमी राव ने कॉलेज के दिनों में ‘डेट रेप’ और यौन हमलों पर लिखे गए अपने लेखों में ‘‘असंवेदनशीलता’’ के लिए माफी मांगी है. राव अमेरिका की दूसरी सर्वाधिक शक्तिशाली अदालत में ब्रेट कावनाह की जगह ले सकती हैं. ‘द पॉलिटिको’ के अनुसार राव को पिछले सप्ताह ‘सीनेट ज्यूडिशियरी कमेटी’ की बैठक में अपनी उम्मीदवारी की पुष्टि के लिए हुई सुनवाई के दौरान कॉलेज के समय में उनके द्वारा लिखे गए लेखों को लेकर कड़े सवालों का सामना करना पड़ा.

राव अब 45 साल की हैं.  येल से स्नातक की पढ़ाई के दौरान राव ने एक लेख में लिखा था कि जब कोई महिला बहुत पीती है तो अपने काम के लिए वह खुद जिम्मेदार होती है. उन्होंने लिखा था कि ‘डेट रेप’ से बचने के लिए महिलाओं को अपने व्यवहार में सुधार करना चाहिए.

राव ने ‘सीनेट ज्यूडिशियरी कमेटी’ के अध्यक्ष सीनेटर लिंड्से ग्राहम और इसके वरिष्ठ सदस्य सीनेटर डियाने फीनस्टीन को पत्र लिखकर कहा कि उस समय (कॉलेज के दिनों में) वह यह नहीं समझ पाईं कि उनकी टिप्पणी को किस तरह अनुचित रूप से देखा जाएगा. उन्होंने लिखा, ‘‘मैं बलात्कार और यौन हमलों पर अपनी असंवेदनशीलता के लिए खेद प्रकट करती हूं. ’’ 

इनपुट भाषा से भी 

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