कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों के बीच ब्रिटेन सरकार ने दोबारा लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है. गैर-जरूरी दुकानें, रेस्तरां, बार और पब आदि को फिलहाल बंद करने का फैसला लिया है हालांकि Takeaways की छूट रहेगी. वैज्ञानिकों ने सर्दी के महीनों के लिये चिंता जताई है.
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लंदन: कोरोना वायरस (Coronanavirus) के बढ़ते मामलों के बीच दूसरी लहर ने कई देशों की चिंता बढ़ा दी है. ब्रिटेन (UK) भी ऐसे ही देशों की श्रखंला में है. अब हालात से निपटने के लिए ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (UK Prime Minister Boris Johnson) ने दूसरा लॉकडाउन लगाने का फैसला लिया है. प्रधानमंत्री बोरिस ने देशभर में कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए चार हफ्ते यानी एक महीने का लॉकडाउन लगाने का फैसला किया है.
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‘कोई विकल्प नहीं’
शनिवार को 10 डाउनिंग स्ट्रीट में एक ब्रीफिंग के दौरान उन्होंने कहा ‘अब इसके आलावा कोई विकल्प नहीं है. अगर समय रहते सख्ती नहीं की गई तो कोरोन वायरस की पहली लहर से ज्यादा लोगों की मौत इस बार हो सकती है. इसलिए अब कार्रवाई करने का समय है.’
‘घर पर रहें, जरूरतमंदों का रखें खयाल’
बोरिस ने अपने देश के लोगों से कहा ‘आपको घर पर रहना चाहिए, बहुत जरूरी हो तो केवल पढ़ाई के लिए घर से बाहर निकलें. अगर आप घर से काम नहीं कर सकते हैं, तो अपने परिवार के सदस्यों के साथ अच्छा समय बितायें. जरूरतमंदों के लिए एक वॉलंटियर के तौर पर भोजन और आवश्यक वस्तुओं की व्यवस्था करें.’ बोरिस ने लोगों को आश्वस्त किया कि पहले के लॉकडाउन की अपेक्षा इस बार लॉकडाउन में थोड़ी रियायत होगी. उन्होंने व्यवसायों के लिए शुरू की गई ‘मजदूरी सहायता योजना’ को आगे बढ़ाए जाने का भी आश्वासन किया है.
रेस्तरां, बार, पब बंद
सरकार ने गैर-जरूरी दुकानें, रेस्तरां, बार और पब आदि को फिलहाल बंद करने का फैसला लिया है हालांकि Takeaways की छूट रहेगी. लोगों को केवल एक व्यक्ति से, वो भी घर के बाहर मिलने की अनुमति होगी. स्कूल, कॉलेजों और विश्वविद्यालयों को खुले रहने की अनुमति दी जाएगी. बोरिस ने संकेत दिया है कि क्रिसमस (Christmas) पर इन प्रतिबंधों से मुक्ति मिल सकती है लेकिन यह आगे की स्थिति देखकर ही बताया जाएगा.
गुरुवार से प्रभावी
इस लॉकडाउन की शर्तों को बहस और वोटिंग के लिए बुधवार को संसद में पेश किया जाएगा, ताकि नये नियम गुरुवार से प्रभावी हो सकें. डाउनिंग स्ट्रीट ब्रीफिंग में इंग्लैंड के मुख्य चिकित्सा अधिकारी क्रिस व्हिट्टी और सरकार के मुख्य वैज्ञानिक सलाहकार सर पैट्रिक वालेंस भी शामिल रहे.
‘सर्दी होगी सबसे बुरा दौर’
इससे पहले शनिवार को, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने अपने सबसे वरिष्ठ मंत्रिमंडल सहयोगियों के साथ लॉकडाउन, संक्रमण दर और स्वास्थ्य सेवाओं को लेकर चर्चा की थी. इसी बैठक में दूसरा लॉकडाउन तय हो गया था. सरकार के वैज्ञानिकों की महामारी इन्फ्लुएंजा ग्रुप ऑन मॉडलिंग (SPI-M-O) की रिपोर्ट्स के मुताबिक सर्दी के महीनों में COVID-19 संक्रमण का सबसे बुरा दौर होगा. वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है फिलहाल कोरोना वायरस से हो रही मौतों का आंकड़ा अगले दो हफ्तों के भीतर तेजी से बढ़ सकता है.
समूचे यूरोप में स्थिति बेहद खराब
समूचे यूरोप में कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से बढ़ रहा है. जर्मनी, फ्रांस और बेल्जियम में नये सिरे से लॉकडाउन की तैयारी है. वहीं विपक्षी लेबर पार्टी ने ब्रिटेन सरकार के फैसले के बाद हमला बोला है. विपक्षियों का कहना है कि सरकार को आर्थिक स्थिति सुधारने पर भी ध्यान देना चाहिए. वहीं सरकार के शीर्ष वैज्ञानिक सलाहकारों का मानना है कि पहले से ही बहुत देर हो चुकी है, अब एक लंबे राष्ट्रीय लॉकडाउन की आवश्यकता है.
(Input: PTI)
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