Joe Biden की दो टूक: मानवाधिकारों का उल्लंघन बंद नहीं किया, तो China को चुकानी होगी भारी कीमत
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Joe Biden की दो टूक: मानवाधिकारों का उल्लंघन बंद नहीं किया, तो China को चुकानी होगी भारी कीमत

अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि चीन वर्ल्ड लीडर बनना चाहते है और इसके लिए वह कुछ भी करने को तैयार है. उन्होंने कहा कि यदि चीन की कम्युनिस्ट सरकार मानवाधिकारों के विपरीत काम करना बंद नहीं करती, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे.

 

फाइल फोटो

वॉशिंगटन: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) ने चीन को चेतावनी देते हुए कहा है कि उसे मानवाधिकारों के उल्लंघन की कीमत चुकानी होगी. बाइडेन ने कहा कि चीन (China) में अल्पसंख्यकों के साथ किस तरह बर्ताव किया जा रहा है, यह सभी जानते हैं. उसे इसकी भारी कीमत चुकानी होगी. चीन के शिनजियांग प्रांत में वीगर मुस्लिमों (Uighurs Muslims) पर होने वाले अत्याचार से जुड़े एक टीवी कार्यक्रम में बोलते हुए राष्ट्रपति ने कहा कि बीजिंग को मानवाधिकारों का उल्लंघन तुरंत बंद करना चाहिए.

  1. टीवी कार्यक्रम के दौरान चीन को दी चेतावनी
  2. चीन में किया जा रहा है अल्पसंख्यकों का शोषण
  3. गुलामों की तरह कराया जाता है मुसलिमों से काम
  4.  

‘परिणामों से वाकिफ है China’

CNN पर प्रसारित कार्यकम में जो बाइडेन (Joe Biden) ने कहा कि चीन अल्पसंख्यकों (Minorities) के साथ जो कुछ कर रहा है, उसके गंभीर परिणाम होंगे और ये बात वह खुद भी जानता है. उन्होंने आगे कहा कि अमेरिका मानवाधिकारों के पक्ष में आवाज उठाने की अपनी वैशिक भूमिका पुन: निभाएगा और चीन पर लगाम लगाने के लिए अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ मिलकर काम करेगा.

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Phone पर भी लगाई थी लताड़

यूएस प्रेसिडेंट ने कहा कि चीन वर्ल्ड लीडर बनना चाहते है और इसके लिए वह कुछ भी करने को तैयार है. बाइडेन ने कहा कि यदि चीन की सरकार मानवाधिकारों के विपरीत काम करना बंद नहीं करती, तो उसे गंभीर परिणाम भुगतने होंगे. अमेरिका मानवाधिकारों का उल्लंघन बर्दाश्त नहीं करेगा. बता दें कि चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग (Xi Jinping) के साथ फोन पर हुई बातचीत में भी बाइडेन ने वीगर मुसलमानों के शोषण का मुद्दा उठाया था. उन्होंने स्पष्ट किया था कि चीन को मानवाधिकारों का सम्मान करना होगा.

Utsul भी निशाने पर

चीन मुसलमानों के सफाए का अभियान छेड़ा हुआ है. वीगर मुस्लिमों के साथ ही उसने हैनान प्रांत के सान्या में रहने वाले कम आबादी के उत्सुल मुसलमानों (Utsul Muslims) पर कई तरह के प्रतिबंध लगा दिए हैं. न्यूयॉर्क टाइम्स (NYT) की एक रिपोर्ट बताती है कि चीनी कम्युनिस्ट पार्टी का नया टारगेट दस हजार आबादी वाले उल्सुल मुसलमान हैं. ड्रैगन ने उनकी मस्जिदों से लाउडस्पीकरों को हटवा दिया है और बच्चों को अरबी पढ़ने से रोक रहा है. रिपोर्ट में कहा गया कि सरकारी नीतियों में बदलाव करते हुए हैनान के सान्या शहर में कई तरह के प्रतिबंध लागू किए गए हैं.

 

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