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वाशिंगटनः अमेरिकी राष्ट्रपति ने कतर के साथ राजनयिक संबंध तोड़ने की चार अरब देशों की कार्रवाई का आज समर्थन करते हुए कहा कि पश्चिम एशिया के उनके दौरे का ‘‘आतंकवाद के डर’’ के खात्मे में ‘‘फायदा मिल रहा है.’’ सउदी अरब, मिस्र, बहरीन और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) ने कतर पर ‘‘चरमपंथियों को वित्तपोषण, और पनाह देने’’ का आरोप लगाते हुए कहा कि वह मुस्लिम ब्रदरहुड एवं इस्लामिक स्टेट से लेकर ईरान समर्थित हुथी विद्रोहियों तक तमाम आतंकी समूहों की मदद कर रहा है.
कतर संकट : जरूरत की चीजों के लिए अफरा-तफरी, सुपरमार्केट में उमड़े लोग
ट्रम्प ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘पश्चिम एशिया के अपने हाल में दौरे में मैंने कहा था कि कट्टरपंथी विचारधारा का अब और वित्तपोषण नहीं किया जा सकता. नेताओं ने कतर की तरफ इशारा किया, देखिए.’’ उन्होंने कहा, ‘‘सउदी अरब में वहां के शाह और 50 देशों :के नेताओं: से मिलने का फायदा हुआ, जिसे देखकर अच्छा लग रहा है. उन्होंने कहा था कि वे वित्तपोषण, चरमपंथ पर कड़ा रूख अपनाएंगे और सारे संकेत कतर की तरफ थे.’’
So good to see the Saudi Arabia visit with the King and 50 countries already paying off. They said they would take a hard line on funding...
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 6, 2017
कतर संकटः सउदी अरब, बहरीन ने कतर एयरवेज का लाइसेंस रद्द किया
ट्रम्प ने कहा, ‘‘शायद यह आतंकवाद के भय के खात्मे की शुरूआत है.’’ ट्रम्प पिछले महीने सउदी अरब गए थे जहां उन्होंने अफगानिस्तान एवं पाकिस्तान सहित 50 मुस्लिम देशों के नेताओं को संबोधित किया था.
खाड़ी सहयोग परिषद के सदस्यों ने अमेरिका के साथ सहमति ज्ञापन पर हस्ताक्षर कर इन देशों में आतंकवादियों एवं चरमपंथी संगठनों के लिए धन जुटाने को गैरकानूनी बना दिया था.
...extremism, and all reference was pointing to Qatar. Perhaps this will be the beginning of the end to the horror of terrorism!
— Donald J. Trump (@realDonaldTrump) June 6, 2017
आपको बता दें कि कतर से 7 देशों द्वारा राजनयिक रिश्ते तोड़ लिए जाने के बाद इस खाड़ी देश में संकट गहराता हुआ नजर आ रहा है. कतर में खाद्यान्न संकट की आशंका में बड़ी संख्या में लोग बाजार और सुपरमार्केट में खरीदारी करने लगे हैं. लोगों को आशंका है कि आने वाले दिनों में खाने-पीने और जरूरत की वस्तुओं की किल्लत हो सकती है. कतर अपने देश की 99% खाद्य सामग्री के लिए दूसरे देशों पर निर्भर रहता है. कतर की 22.4 लाख की आबादी पर इस नाकाबंदी का प्रभाव दिखने लगा है.