New Hezbollah chief Naim Qassem News: लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह के उप महासचिव के रूप में पिछले 30 सालों से काम करने वाले नईम कासिम ने समूह की कमान संभालते ही बड़ा दांव चल दिया है. कासिम ने अपने पहले ही बयान में कहा कि अगर इजराइल युद्धविराम की पेशकश करता है तो कुछ शर्तों के साथ उसे कबूल कर लिया जाएगा.
Trending Photos
Hezbollah Open To Truce With Israel: हसन नसरल्लाह की हत्या के करीब एक महीने बाद नईम कासिम ने लेबनानी आतंकवादी समूह हिजबुल्लाह का नेतृत्व संभालते ही दुनिया भर का ध्यान खींचा. हिजबुल्लाह के उप महासचिव के रूप में पिछले 30 सालों काम कर रहे कासिम ने प्रमोशन के बाद बुधवार को अपने पहले बयान में ही कहा कि इजराइल अगर युद्धविराम की बात करता है तो कुछ शर्तों के साथ उसको कबूल कर लेंगे.
हिजबुल्लाह के नए सरगना ने नहीं बताई इजरायल के साथ युद्धविराम की शर्तें
हिजबुल्लाह के नए सरगना ने कहा कि अगर इजरायल से प्रस्ताव मिलता है तो वह युद्धविराम के लिए तैयार हैं. हालांकि, उसने यह नहीं बताया कि उसकी शर्तें क्या होंगी. पिछले महीने हसन नसरल्लाह की हत्या के बाद हिजबुल्लाह ने समूह की कमान अब नईम कासिम के हवाले कर दिया है. हिजबुल्लाह के नए नेता बने नईम कासिम ने कहा कि विशिष्ट शर्तों के तहत युद्धविराम के लिए राजी हो सकता है, क्योंकि इजरायली सेना ने हिजबुल्लाह के गढ़ों पर बमबारी बढ़ा दी है.
इजरायल सुरक्षा मंत्रिमंडल में युद्धविराम की संभावित शर्तों के बारे में चर्चा शुरू
इजरायल के सुरक्षा मंत्रिमंडल के भीतर युद्धविराम की संभावित शर्तों के बारे में चर्चा के बीच हिजबुल्लाह की ओर से यह बड़ा ऑफर सामने आया है. हालांकि, नईम कासिम ने कहा कि हिजबुल्लाह लंबे समय तक इजरायली सैन्य कार्रवाइयों का विरोध करने के लिए तैयार है. लेकिन, उसने इस बात को भी कबूल किया कि अगर इजरायल कोई विश्वसनीय प्रस्ताव पेश करता है तो बातचीत के जरिए युद्ध विराम की संभावना है.
हिजबुल्लाह के गढ़ बालबेक को बनाया निशाना, IDF का जमीनी अभियान तेज
अल-जदीद के साथ एक इंटरव्यू के दौरान नईम कासिम ने कहा, "अगर इजरायली यह तय करते हैं कि वे हमले को रोकना चाहते हैं, तो हम कहेंगे कि हम इसे कबूल करते हैं, लेकिन उन शर्तों के तहत जो हमें उचित और उपयुक्त लगती हैं." इजरायली सुरक्षा बलों (IDF) ने हिजबुल्लाह का गढ़ माना जाने वाले पूर्वी शहर बालबेक को निशाना बनाते हुए अभियान तेज कर दिए हैं.
युद्ध विराम की संभावना पर लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने जताई खुशी
हाल ही में इजरायली हवाई हमलों में कथित तौर पर एक वरिष्ठ हिजबुल्लाह कमांडर की मौत हो गई और काफी लोग हताहत हुए थे.लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय ने अकेले बालबेक में कम से कम 19 लोगों की मौत की सूचना दी थी. हालांकि, हिजबुल्लाह के नए चीफ के इस बयान से लेबनान ‘आशावादी’ दिख रहा है. लेबनान के प्रधानमंत्री नजीब मिकाती ने युद्ध विराम की संभावना के बारे में सावधानी और उम्मीदों से भरा बयान दिया.
5 नवंबर को अमेरिकी चुनावों से पहले हो सकता है युद्ध विराम पर कोई समझौता
यह देखते हुए कि अमेरिकी दूत अमोस होचस्टीन ने सुझाव दिया कि 5 नवंबर को अमेरिकी चुनावों से पहले एक समझौता हो सकता है. इजरायल के ऊर्जा मंत्री एली कोहेन ने संभावित युद्ध विराम शर्तों के बारे में सुरक्षा कैबिनेट के भीतर चल रही चर्चाओं की पुष्टि की. इसमें इजरायल की सीमा के पास के क्षेत्रों से हिजबुल्लाह की वापसी पर निर्भर करते हुए दुश्मनी पर 60 दिनों की रोक शामिल हो सकती है.
ये भी पढ़ें - New Hezbollah Chief: कौन है नईम कासिम जिसे हिजबुल्लाह ने चुना नया नेता, लेगा हसन नसरल्ला की जगह
लेबनान में कम से कम 1,754 मौतें, इजरायल में भी बिगड़ती जा रही लोगों की हालत
जब बालबेक में विस्फोट हुए, तो इजरायली सैन्य अधिकारियों ने कहा था कि वे हिजबुल्लाह के "कमांड और नियंत्रण केंद्रों" को निशाना बना रहे थे. बढ़ी हुई दुश्मनी के चलते दोनों पक्षों में बड़ी संख्या में लोग हताहत हुए हैं. एएफपी के अनुसार, सितंबर में संघर्ष फिर से शुरू होने के बाद से लेबनान में कम से कम 1,754 मौतें हुई हैं. वहीं, इजरायल में भी हालत लगातार बिगड़ती जा रही है.
ये भी पढ़ें - अब गाजा में रहने वालों का क्या होगा? मदद करने वाली UN एजेंसी पर इजरायल ने लगाया बैन, बताया 'आतंकी समूह'
लेबनान और गाजा दोनों में युद्ध विराम वार्ता के लिए इजरायल पर अमेरिका का दबाव
अंतरराष्ट्रीय मोर्चे पर, अमेरिकी विदेश विभाग ने घोषणा की है कि राष्ट्रपति जो बाइडेन के मध्य पूर्व सलाहकार और होचस्टीन लेबनान और गाजा दोनों में युद्ध विराम वार्ता पर प्रगति के लिए दबाव बनाने के लिए इजरायल जा रहे हैं. यह कदम गाजा में घातक और सिलसिलेवार हमलों के बाद उठाया गया है. क्योंकि गाजा पर इन हमलों की दुनिया भर में निंदा हुई है. जैसे-जैसे युद्ध की हालत बढ़ती है तो सीजफायर की संभावना अधर में लटक जाती है. हालांकि, हिंसा के बीच कूटनीतिक प्रयास भी तेज होते जा रहे हैं.
तमाम खबरों पर नवीनतम अपडेट्स के लिए ज़ी न्यूज़ से जुड़े रहें! यहां पढ़ें Hindi News Today और पाएं Breaking News in Hindi हर पल की जानकारी. देश-दुनिया की हर ख़बर सबसे पहले आपके पास, क्योंकि हम रखते हैं आपको हर पल के लिए तैयार. जुड़े रहें हमारे साथ और रहें अपडेटेड!