अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने Hydroxychloroquine दवा का समर्थन किया है. ये मलेरिया रोधी दवा है जिसे अब कई देश अपना चुके हैं.
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नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने हाइड्रॉक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) दवा का समर्थन किया है. ये मलेरिया रोधी दवा है जिसे अब कई देश अपना चुके हैं. कोरोना (Corona) वैक्सीन आने में समय है और तब तक के लिए इस दवा को प्लान 'बी' माना जा रहा है.
लेकिन ब्राजील में जब इस दवा को टेस्ट करने कि लिए ट्रायल किया गया तो घातक नतीजे निकले. बजाय जान बचाने के, ये दवा जान ले रही है. शोध में यह सामने आया है कि इस बात का कोई प्रमाण नहीं है कि यह दवा संक्रमण को ठीक करती है. बल्कि इससे मरीज के दिल पर दुष्प्रभाव पड़ता है.
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वर्तमान में COVID-19 से बचाव की दिशा में इसे सबसे अच्छी दवा माना जाता है. मलेरिया रोधी हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन, यानी वो दवा जिसपर इस परिस्थिति में भरोसा किया जा सकता है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने इसे दवाओं के इतिहास में सबसे बड़ी 'गेम-चेंजर' दवा कहा.
लेकिन इससे लगाई जाने वाली उम्मीदें अब टूट रही हैं. एक के बाद किए जा रहे शोध इसका विरोध कर रहे हैं. ये दवा न केवल जीवन बचाने में असफल है, बल्कि लोगों को और खतरे में डाल रही है.
शुरुआत अमेरिका से करते हैं, जहां एक अध्ययन में पाया गया कि इस दवा को न लेने वालों की तुलना में इसे लेने वालों की मृत्यु दर अधिक थी.
फ्रांस में किया गया एक अध्ययन भी ये साबित करता है कि हाइड्रोक्सीक्लोरोक्विन से न मौतें कम हुईं और न ही इससे आईसीयू में जाने वाले मरीजों की संख्या में कमी आई.
ब्राजील में तो एक शोध परीक्षण घातक साबित हुआ. दो रोगियों को दवा की हाई डोज़ दी गई जिससे उनमें दिल की खतरनाक समस्याएं पैदा हो गईं. हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन का एक ज्ञात दुष्परिणाम जो उनकी मृत्यु का कारण बना.
ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोलोनारो ने इस दवा के इस्तेमाल पर ट्रम्प कासमर्थन किया था. डोनाल्ड ट्रम्प के दावे पर उन्होंने ब्राजील की सेना को इस दवा को स्टॉक करने के आदेश दिए थे. लेकिन अब सुरक्षा को लेकर इस दवा पर सवाल उठाए जा रहे हैं. संकेत शुरू से ही अशुभ रहे हैं.
यहां तक कि राष्ट्रपति ट्रम्प के खाद्य और औषधि अधिकारी स्टीफन हैन ने भी इसपर आपत्ति जताई थी. वो भी क्लीनिकल ट्रायल के बिना दवा को मंजूरी देने के खिलाफ थे.
वहीं अमेरिका के COVID-19 टास्कफोर्स प्रमुख डॉ. एंथोनी फौसी का भी यही मानना था.
COVID-19 के उपचार में दवा के प्रभावों जानने के लिए हो रहे ट्रायल खतरनाक साबित हो रहे हैं. अब तक किए गए अध्ययनों के परिणामों में से किसी की भी समीक्षा नहीं की गई है.
इस बीच, अब ये दवा राजनीतिक मामला बन गई है.
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क्या हाइड्रोक्सीक्लोरोक्वीन (Hydroxychloroquine) लोगों का जीवन खतरे में डाल रही है?
यह एक ऐसी दवा है जिसका व्यापक रूप से उपयोग किया जा सकता है. यह वो दवा भी है जिसके गंभीर दुष्प्रभाव हैं, खासकर दिल के लिए. इससे होने वाले प्रभाव बहस का विषय हैं जो निकट भविष्य में तो थमती नहीं दिख रही.