नई दिल्ली: Akhuratha Sankashti Chaturthi Date: हर वर्ष पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी मनाई जाती है. इस चतुर्थी पर गणेश पूजा करने पर घर में धन और वैभव आती है. इसके अतिरिक्त विवेक और ज्ञान की प्राप्ति भी होती है. इस साल अखुरथ सकंष्टी चतुर्थी की तिथि को लेकर खासा उलझन की स्थिति बन रही है. ऐसे में जानिए किस दिन मनाई जाएगी अखुरथ संकष्टी चतुर्थी और कैसे करें पूजा.
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी का शुभ मुहूर्त
पंचांग के अनुसार, 30 दिसंबर दिन शनिवार को अखुरथ संकष्टी चतुर्थी है. पौष माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 30 दिसंबर, शनिवार सुबह 9 बजकर 43 मिनट से हो रही है और इसका समापन अगले दिन 31 दिसंबर, रविवार की सुबह 11 बजकर 55 मिनट पर हो जाएगा.
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के नियम
अखुरथ संकष्टी चतुर्थी के दिन सूर्योदय से पहले उठा जाता है. स्नान के बाद लाल वस्त्र पहने जाना चाहिए. इसके बाद लकड़ी की चौकी पर लाल रंग का कपड़ा बिछाया जाता है और भगवान गणेश की प्रतिमा उसके ऊपर रखी जाती है. पूजा करने के लिए भगवान गणेश के समक्ष धूप, दीप और दुर्वा अर्पित किए जाते हैं. उसके बाद गणपति बप्पा की आरती की जाती है, उन्हें भोग लगाया जाता है और सभी में प्रसाद का वितरण करके पूजा संपन्न होती है.
इन बातों का ध्यान रखें
संकष्टी चतुर्थी के दिन कुछ विशेष बातों का ध्यान रखने के लिए भी कहा जाता है. इस दिन गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करने को बेहद शुभ मानते हैं. संकष्टी गणेश चतुर्थी पर तामसिक भोजन से परहेज के लिए कहा जाता है और व्रत रखने वाले व्यक्ति के अलावा बाकी सभी को भी लहसुन-प्याज ना खाने की सलाह दी जाती है. इस दिन पशु-पक्षियों को दाना-पानी देना भी शुभ होता है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.)