नई दिल्लीः Maha Lakshmi Vrat 2022: महालक्ष्मी व्रत शुरू हो चुका है. भाद्रपद शुक्ल अष्टमी यानी शनिवार को ये व्रत शुरू हुआ था. आज इस व्रत का दूसरा दिन है. यह व्रत सोलह दिनों तक चलता है. इस व्रत को रखने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं. मां लक्ष्मी जीवन की सभी समस्याएं दूर करती हैं. अगर आपने व्रत नहीं रखा है तो आज से व्रत शुरू कर सकते हैं. ऐसे में जानिए महालक्ष्मी व्रत की विधिः
स्नान के बाद लें महालक्ष्मी व्रत का संकल्प
सुबह स्नान आदि करने के बाद महालक्ष्मी व्रत का संकल्प लें. इसके बाद एक साफ वस्त्र पर हाथी पर विराजित देवी महालक्ष्मी की प्रतिमा या चित्र स्थापित करें. उसे पंचामृत से स्नान कराएं. सोलह प्रकार की सामग्रियों से उसका पूजन कराएं. शुद्ध घी का दीपक जलाएं. सुहाग की सामग्री अर्पित करें.
पूजा स्थल के आसपास रखें साफ-सफाई
व्रत के दौरान पूजा स्थल के आस-पास साफ-सफाई का ध्यान रखें. सोलह धागे का एक डोरा लेकर उसमें सोलह गांठ लगा लें. इसके बाद हल्दी की गांठ को घिस के उसके रंग में डोरा रंग लें. फिर उसे अपने हाथ की कलाई में बांध लें.
मां को लगाएं खीर का भोग
मां लक्ष्मी को गाय के दूध से बनी खीर का भोग लगाएं. नारियल अर्पित करें. अंत में महालक्ष्मी का आरती करें.
सोलह-सोलह की संख्या में रखें प्रसाद
रात्रि में तारागणों को पृथ्वी के प्रति अर्घ्य दें और लक्ष्मी जी से प्रार्थना करें. व्रत रखने वाली महिलाएं ब्राह्मणों को भोजन कराएं. पूजा करने वाले को लक्ष्मी जी के समक्ष प्रसाद सोलह-सोलह की संख्या में रखने चाहिए.
इस विधि से 16 दिनों तक रोज देवी महालक्ष्मी की पूजा करें. ऐसा करने से घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है.
(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Hindustan इसकी पुष्टि नहीं करता है.)
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