शरद पूर्णिमा की रात चुपचाप करें ये उपाय, मां लक्ष्मी खुद चलकर आएंगी घर

 पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर - जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास के अनुसार 16 अक्टूबर को है. शरद पूर्णिमा की रात चुपचाप ये उपाय करें. इन उपाय से आपके जीवन की आर्थिक तंगी दूर होगी. 

Written by - Dr. Anish Vyas | Last Updated : Oct 15, 2024, 01:27 PM IST
  • शरद पूर्णिमा पर करें ये उपाय
  • मां लक्ष्मी भर देंगी तिजोरी
शरद पूर्णिमा की रात चुपचाप करें ये उपाय, मां लक्ष्मी खुद चलकर आएंगी घर

नई दिल्ली: पंचांग के अनुसार शरद पूर्णिमा हर वर्ष आश्विन मास में आती है. आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को शरद पूर्णिमा या आश्विन पूर्णिमा कहते हैं. इस साल शरद पूर्णिमा या आश्विन पूर्णिमा 16 अक्टूबर को है. इस दिन धन, वैभव और ऐश्वर्य की देवी माता लक्ष्मी की पूजा की जाती है.  पाल बालाजी ज्योतिष संस्थान जयपुर - जोधपुर के निदेशक ज्योतिषाचार्य डा. अनीष व्यास ने शरद पूर्णिमा की रात के उपाय बताएं. इन उपाय की मदद से आप आपके घर की आर्थिक तंगी दूर हो सकती है. आइए जानते हैं शरद पूर्णिमा की रात क्या उपाय करने चाहिए. 

पैसों की तंगी के लिए
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि आर्थिक स्थिति को मजबूत करने के लिए शरद पूर्णिमा की रात मां लक्ष्मी की पूजा करने के साथ 5 कौड़ियां मां के चढ़ाएं. दूसरे दिन लाल या पीले रंग के कपड़े में इन कौड़ियों को लपेटकर तिजोरी में रख लें.

निरोगी रहने के लिए
अगर घर का कोई न कोई सदस्य बीमार रहता है, शरद पूर्णिमा के रात को छत में खीर रख दें. दूसरे दिन रोगी को इसका सेवन कराएं.

बिजनेस और नौकरी में मुनाफा के लिए
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि बिजनेस में लगातार बढ़ोतरी के साथ नौकरी में प्रमोशन के लिए शरद पूर्णिमा के दिन हनुमान जी के सामने चौमुखी दीपक जलाएं.

तुलसी पूजा
शरद पूर्णिमा के दिन स्नान करने के बाद तुलसी पूजा करें और शाम को दीपक जलाएं. ऐसा करने से सुख-समृद्धि की वृद्धि होगी.

लगाएं सफेद भोग
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि मां तुलसी को सफेद रंग की कोई मिठाई का भोग लगाएं. ऐसा करने से मां लक्ष्मी के साथ भगवान विष्णु की कृपा प्राप्त होती है.

मां लक्ष्मी को लगाएं ये भोग
शरद पूर्णिमा पर मां लक्ष्मी को सिंघाड़ा, दही, मखाना, बताशा और पान का भोग लगाएं. ऐसा करने से मां लक्ष्मी की कृपा बनी रहेगी.

आंख रहेगी दुरुस्त
भविष्यवक्ता और कुण्डली विश्ल़ेषक डा. अनीष व्यास ने बताया कि माना जाता है कि शरद पूर्णिमा के दिन चंद्रमा की रोशनी से अमृत बरसता है. इसलिए इस दिन त्राटक क्रिया जरूर करें.

शरद पूर्णिमा की तिथि और शुभ मुहूर्त
शरद पूर्णिमा या कोजागरी पूर्णिमा 16 अक्टूबर 2024  
पूर्णिमा तिथि आरंभ- 16 अक्टूबर 2024 को रात 8:45 मिनट पर से 
पूर्णिमा तिथि समाप्त- 17 अक्टूबर 2024 को शाम 4:50 मिनट

(Disclaimer: यहां दी गई सभी जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है. Zee Bharat इसकी पुष्टि नहीं करता है. इसलिए पाठकों से अनुरोध है कि वे इस लेख को अंतिम सत्य या दावा न मानें. किसी भी जानकारी को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह जरूर लें.)

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