कोलकाताः पं. बंगाल विधानसभा चुनाव को लेकर भाजपा का शीर्ष नेतृत्व बंगाल में उतरा हुआ है. इस सिलसिले में लगातार पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह की रैलियां हो रही हैं. इसी सिलसिले में मंगलवार को अमित शाह गोसाबा में थे. जनसभा को संबोधित करते हुए गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि आज गंगासागर के पवित्र तीर्थ की इस भूमि पर आकर मैं अपने आपको सौभाग्यशाली मानता हूं.
उन्होंने कहा कि हम नोबल प्राइज की तर्ज पर टैगोर प्राइज और ऑस्कर की तर्ज पर सत्यजीत रे प्राइज लाकर हम बंगाल के दो बेटों को श्रद्धांजलि देंगे.
यह भी पढ़िएः Assam Election: असम के लिए बीजेपी के क्या हैं संकल्प, जानिए 10 बड़ी बातें
भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता था रबींद्र नाथ टैगोर
पश्चिम बंगाल के चुनावी समर के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एक बड़ा ऐलान किया है. अमित शाह के मुताबिक नोबेल प्राइज की तर्ज पर एक नए पुरस्कार की शुरुआ करेंगे जो कि रविंद्र नाथ टैगोर की स्मृति में दिया जाएगा. रबींद्रनाथ टैगोर भारत के पहले नोबेल पुरस्कार विजेता थे. साल 1913 में गीतांजलि के लिए के लिए उन्हें साहित्य के नोबेल प्राइज से नवाजा गया था.
गीतांजलि मूल रूप में बंगाली में लिखी गई थी जिसके अंग्रेजी अनुवाद को नोबेल प्राइज के लिए भेजा गया था. इसके अलावा गृहमंत्री शाह ने सत्यजित रे (बंगाली फिल्मकार, निर्माता-निर्देशक) के नाम पर भी ऑस्कर जैया पुरस्कार लाने की घोषणा की.
दो देशों का रचा राष्ट्रगान
रविंद्र नाथ टैगोर ने आजादी के आंदोलन में बहुत रचनात्मक योगदान दिया था. उन्होंने भारत के राष्ट्रगान जन गण मन की रचना की थी. इसे भी मूल रूप से साल 1911 में जॉर्ज पंचम के स्वागत के लिए लिखा गया था बाद में इसी साल कांग्रेस के कोलकाता अधिवेशन में इसे गाया गया और आजादी के बाद जन गण मन को राष्ट्रगीत का दर्जा दिया गया.
रविंद्र नाथ टैगोर द्वारा रचित आमार सोनार बांग्ला बांग्लादेश का राष्ट्रीय गीत है. 2 देशों के राष्ट्रीय गान की रचना करने की विशिष्ट उपलब्धि उन्हें हासिल है. रविंद्र नाथ टैगोर पश्चिम बंगाल की संस्कृति में रचे बसे हैं उनकी रचनाओं पर जो गीत गाए जाते हैं उन्हें बंगाल में रविंद्र रविंद्र संगीत के नाम से जाना जाता है.
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.