पटना: बिहार में इस साल विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. सभी राजनीतिक दल चुनावी रण भूमि में उतरने की योजना बना रहे हैं. NDA में रामविलास पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (LJP) बेचैन हो रही है. LJP और जदयू (JDU)में मतभेद साफ तौर पर उभरकर सामने आए हैं. चिराग पासवान को नीतीश कुमार के समकक्ष खड़े करनी की तैयार पासवान परिवार की ओर से की जा रही हैं. इस बीच कांग्रेस ने चिराग पासवान पर बड़ा दांव चला है.
महागठबंधन में शामिल होने का निमंत्रण
कांग्रेस ने NDA में नाराज चल रही LJP को अपने पाले में लाने के लिए जद्दोजहद शुरू कर दी है. कांग्रेस के वरिष्ठ नेता दिग्विजय सिंह ने राम विलास पासवान और उनके बेटे चिराग पासवान को महागठबंधन में आने का निमंत्रण दिया है. दिग्विजय सिंह ने एक सम्मेलन में कहा कि ईश्वर रामविलास पासवान को सद्बुद्धि दे और वे वापस कांग्रेस के साथ आ जाएं.
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मायावती और ओवैसी भाजपा को करते हैं मजबूत
दिग्विजय सिंह ने बिहार में एक जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि बसपा प्रमुख मायावती और AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी हमेशा भाजपा के पक्ष में माहौल बनाते हैं. मायावती और ओवैसी को BJP विरोधियों के वोट कटवाने के लिए चुनाव लड़वाती है. इन लोगों की वजह से हमेशा भाजपा को लाभ मिलता है.
NDA में सबकुछ ठीक नहीं
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बिहार NDA में JDU और LJP में तकरार चल रही है. कुछ दिन पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर लोजपा अध्यक्ष चिराग पासवान ने जमकर निशाना साधा था. उल्लेखनीय है कि बिहार NDA की घटक लोक जन शक्ति पार्टी (LJP) ने विधानसभा चुनाव के लिए संकल्प लॉन्च कर दिया है. पार्टी ने बिहार, दिल्ली और मुंबई के महत्वपूर्ण अख़बारों में विज्ञापन प्रकाशित करवाते हुए लोजपा को मजबूत बनाने का आह्वान किया गया है.
गौरतलब है कि जीतनराम मांझी ने राजद और महागठबंधन से नाता तोड़कर अब नीतीश कुमार का हाथ थाम लिया है. वे भी NDA के साथ आने जा रहे हैं. इससे बिहार में लोजपा अंदरखाने नाराज चल रही है. दरअसल जीतनराम मांझी भी दलितों की राजनीति करते हैं और रामविलास पासवान भी खुद को सबसे बड़ा दलित नेता मानते हैं.