मुंबई : महाराष्ट्र में शनिवार सुबह बड़े सियासी उलटफेर के तहत बीजेपी ने एनसीपी के अजित पवार समर्थन से अपनी सरकार बना ली और देवेंद्र फडणवीस ने मुख्यमंत्री और अजित पवार ने उप मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली.
शरद पवार ने कहा कि उन्हें कोई खबर नहीं
बड़ी बात ये है कि अजित पवार के इस कदम की एनसीपी प्रमुख शरद पवार को कोई जानकारी नहीं थी, यानि उनकी सहमति के बिना यह फैसला लिया गया. यह बात तब सामने आई जब शरद पवार ने खुद ट्वीट कर सार्वजनिक रूप से कह दिया कि एनसीपी अजीत पवार के राजनीतिक निर्णय का समर्थन नहीं करता है. यह उनका निजी फैसला है.
अजित पवार यांच्या राजकीय निर्णयाला राष्ट्रवादी काँग्रेस पक्षाचा पाठिंबा नाही.
हा त्यांचा वैयक्तिक निर्णय आहे.— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) November 23, 2019
उन्होंने दूसरे ट्वीट में कहा कि महाराष्ट्र सरकार को भाजपा बनाने के लिए अजित पवार के फैसले का समर्थन करना उनका व्यक्तिगत निर्णय है, न कि राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) का. हम यह कहना चाहते हैं कि हम हम उनके इस निर्णय का समर्थन नहीं करते हैं.
Ajit Pawar's decision to support the BJP to form the Maharashtra Government is his personal decision and not that of the Nationalist Congress Party (NCP).
We place on record that we do not support or endorse this decision of his.— Sharad Pawar (@PawarSpeaks) November 23, 2019
हालांकि भारतीय राजनीति के सबसे शातिर खिलाड़ी शरद पवार के दिलो दिमाग में कौन सी योजना चल रही है इसका अंदाजा लगाना मुश्किल होता है. वैसे ये मान पाना बेहद मुश्किल है कि अजित पवार ने बिना अपने चाचा शरद पवार को जानकारी दिए इतना बड़ा कदम उठाया होगा.
एनसीपी के कई नेता हैं नाराज
शरद पवार से पहले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) नेता नवाब मलिक ने भी कहा कि पार्टी अध्यक्ष शरद पवार महाराष्ट्र में शनिवार को गठित हुई नई सरकार से नाखुश हैं. वहीं, शरद पवार के पुराने सहयोगी तारिक अनवर ने भी बयान देते हुए कहा कि अजित पवार ने बगावत की है. उधर वरिष्ठ एनसीपी नेता प्रफुल्ल पटेल ने भी अजित पवार के फैसले पर आपत्ति जाहिर करते हुए भाजपा के साथ जाने के उनके फैसले को एनसीपी के सिद्धांतों के खिलाफ बताया.
Senior NCP leader Praful Patel on Ajit Pawar: This is not NCP's decision and does not have Sharad Pawar saheb's support. #MaharashtraGovtFormation pic.twitter.com/1OUPg6C2Lx
— ANI (@ANI) November 23, 2019
कांग्रेस को समझ में ही नहीं आया कि ये हुआ क्या?
उधर कांग्रेस पार्टी को तो यह समझ में ही नहीं आया कि महाराष्ट्र में आखिर ये हो क्या रहा है. आखिर कैसे भाजपा ने अजित पवार को अपने पाले में खींचकर सरकार बनाने में सफलता हासिल कर ली. वरिष्ठ कांग्रेस नेता अभिषेक मनु सिंघवी को जब फडणवीस और अजित पवार के गठबंधन की खबर मिली तो उन्होंने इसके लिए शरद पवार को दोषी मान लिया.
Surreal wht I read abt #Maharashtra. Thought it was fake news. Candidly &personally speaking, our tripartite negotiations shd not have gone on for more than 3 days...took too long. Window given was grabbed by fast movers. #pawarji tussi grt ho! Amazing if true, still not sure
— Abhishek Singhvi (@DrAMSinghvi) November 23, 2019
श्राप देने पर उतर आए शिवसेना के संजय राउत
देवेन्द्र फडणवीस के हाथों सत्ता के खेल में मात खाए हुए शिवसेना के नेता तो इतने नाराज हैं कि वह अजित पवार पर निजी हमले करने लगे हैं. संजय राउत तो खुद को इतने बेबस और लाचार महसूस करने लगे हैं कि वह अजित पवार को श्राप देने लगे हैं. राउत ने कहा है कि अजित पवार ने NCP चीफ शरद पवार को धोखा दिया, वो जिंदगी भर तड़पेंगे
#WATCH Sanjay Raut, Shiv Sena: Kal 9 baje tak ye mahashaye (Ajit Pawar) hamare saath baithe the, achanak se gayab ho gaye baad mein. Vo nazro se nazre mila kar nahi bol rahe the, jo vyakti paap karne jata hai uski nazar jaise jhukti hai, waise jhuki nazro se baat kar rahe the. pic.twitter.com/dL6olqXFK9
— ANI (@ANI) November 23, 2019
संजय राउत की खीज इसलिए भी समझ में आती है. क्योंकि वह भी खुद को मुख्यमंत्री पद की रेस में समझ रहे थे