नई दिल्ली: आमिर खान की फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' (Laal Singh Chaddha) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. बॉयकॉट की वजह से फिल्म के बॉक्स ऑफिस कलेक्शन पर भी बुरा असर देखने को मिला. धर्म और आर्मी डिसीप्लिन को लेकर फिल्म 'लाल सिंह चड्ढा' नए विवाद में फंस गई है. वहीं, इसके अलावा तापसी पन्नू की फिल्म 'शाबाश मिट्ठू' (Shabaash Mithu) पर भी लोग काफी भड़के हुए हैं.
'शाबाश मिट्ठू' पर कोर्ट केस
दोनों फिल्मों पर इल्जाम लगाया है कि इसकी कहानी डिसेबल लोगों का मजाक उड़ाती है. 70 प्रतिशत लोकोमोटर डिसेबिलिटी से ग्रसित डॉक्टर्स के सह-संस्थापक डॉ सतेंद्र सिंह ने फिल्म पर इल्जाम लगाते हुए कोर्ट में शिकायत दर्ज करवाई है. डॉक्टर का आरोप है कि 'लाल सिंह चड्ढा' और 'शाबाश मिट्ठू' डिसेबल्ड लोगों की खिल्ली उड़ाती है. उन्होंने नोटिस की कॉपी भी शेयर की है.
'लाल सिंह चड्ढा' पर कोर्ट केस
'लाल सिंह चड्ढा' पहले ही बंगाल में बैन को लेकर चर्चा में है. फिल्म को लेकर कोलकाता हाई कोर्ट में एक जनहित याचिका दायर की गई थी. याचिका के मुताबिक फिल्म शांति भंग करती हैं इसलिए इसे बंगाल में बैन किया जाना चाहिए. बता दें कि भले ही भारत में फिल्म का अच्छा प्रदर्शन न रहा हो लेकिन दूसरे देशों में फिल्म को पसंद किया जा रहा है.
तापसी पन्नू के बयान
जब तापसी पन्नू की फिल्म 'दोबारा' रिलीज होने वाली थी तो उन्होंने अपने एक इंटरव्यू में ये कहा था कि लोग सबकी फिल्मों को बॉयकॉट कर रहे हैं लेकिन हमारी फिल्म को नहीं. इससे हमें लेफ्ट आउट फील हो रहा है. ऐसे में उन्होंने लोगों से फिल्म को बॉयकॉट करने की भी मांग की थी. फिलहाल उनकी फिल्म 'दोबारा' भी थिएटर्स में अच्छा परफॉर्म नहीं कर पा रही है. वहीं 'शाबाश मिट्ठू' को नेटफ्लिक्स पर पसंद किया जा रहा है. ऐसे में कोर्ट केस फिल्म मेकर्स की मुश्किलों को बढ़ा सकता है.
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