कभी झाड़ू लगाने का काम करते थे राज कपूर, एक थप्पड़ ने बना दिया इंडस्ट्री का शोमैन

राज कपूर ने खुद को इंडस्ट्री में एक शोमैन के रूप में साबित किया. उन्हें सिर्फ फिल्मों में एक्टिंग करना ही गवारा नहीं था. उन्होंने हर अंदाज में अभिनय की दुनिया को प्यार किया यहां के हर रंग को छुआ.

Written by - Bhawna Sahni | Last Updated : Jun 2, 2021, 09:25 AM IST
  • राज कपूर ने 2 जून 1988 को हमेशा के लिए इस दुनिया को अलविदा कह दिया था
  • राज कपूर जैसा शोमैन आज तक कोई दूसरा नहीं बन पाया और शायद कभी होगा भी नहीं
कभी झाड़ू लगाने का काम करते थे राज कपूर, एक थप्पड़ ने बना दिया इंडस्ट्री का शोमैन

नई दिल्ली: बॉलीवुड के शोमैन कहे जाने वाले राज कपूर (Raj Kkapoor) की फिल्मों पर अक्सर चर्चा की जाती है. उनके द्वारा बोले गए डायलॉग्स उनकी फिल्मों के किस्से बिल्कुल अलग ही होते थे. वहीं, राज कपूर की निजी जिंदगी की बात करें तो यह भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं थी. फिल्मी परिवार से होने के बावजूद राज कपूर ने राजा की तरह की शौहरत भी पाई और स्पॉटबॉय की तरह फिल्म के सेट काम भी किया.

राज कपूर के कई दिलचस्प किस्सों ने किया हैरान

राज कपूर आज हमारे बीच न होकर भी हमारे दिलों में जिंदा हैं. शोमैन ने 2 जून 1988 को हमेशा के लिए अपनी आंखें मूंद ली. राज कपूर की जिंदगी के कई ऐसे किस्से हैं जिनके बारे में आज भी कम ही लोगों को जानकारी है.

शायद ही किसी को पता होगा कि राज कपूर ने अपनी पहली नौकरी अपने पिता पृथ्वीराज कपूर (Prithviraj Kapoor) के स्टूडियो पर की थी.

झाडू लगाते थे राज कपूर

उन दिनों राज कपूर स्टूडियो में झाड़ू लगाते थे और इस काम के लिए उन्हें सैलरी के तौर पर मात्र एक रुपये मलते थे. दिवंगत अभिनेता ने सिर्फ अपने दम पर ही इन्डस्ट्री में ऊंचा मुकाम हासिल किया था. यूं तो राज कपूर ने 1935 में रिलीज हुई फिल्म 'इंकलाब' से अपने करियर की शुरुआत की थी, लेकिन इस फिल्म में वह बाल कलाकार के रूप में दिखे थे. तब वह महज 10 साल के थे.

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राज कपूर से हो गई थी ये गलती

कहा जाता है कि राज कपूर को उनके पिता पृथ्वीराज कपूर ने एक बार डायरेक्टर केदार शर्मा (Kedar Sharma) की फिल्मों के सेट पर बतौर क्लेपर बॉय काम करने की सलाह दी थी. अभिनेता ने भी पिता की बात मानकर यह काम शुरू कर दिया. इसी दौरान एक बार फिल्म 'विषकन्या' की शूटिंग चल रही थी और इस दौरान गलती से राज कपूर का चेहरा कैमरे के सामने आ गया.

केदार शर्मा ने जड़ा था थप्पड़

इस गलती को ठीक करने की हड़बड़ी में राज कपूर का क्लैपबोर्ड उस सीन के अभिनेता की दाढ़ी में फंस गया, जिस कारण किरदार की दाढ़ी ही निकल गई.

इस बात पर डायरेक्टर केदार शर्मा इतने नाराज हुए की उन्होंने राज कपूर को अपने पास बुलाया और उन्हें जोरदार थप्पड़ जड़ दिया. हालांकि, बाद में उन्हें इस बात का बेहद अफसोस भी हुआ.

यहां से मिली राज कपूर को उड़ान

केदार शर्मा ने अपनी गलती सुधारने के लिए अलगे ही दिन सेट पर आकर राज कपूर के साथ फिल्म 'नीलकमल' को साइन कर लिया. यहीं से राज कपूर के अभिनय करियर को उड़ान मिलती गई और देखते ही देखते वह बॉलीवुड के शोमैन बन गए. राज कपूर भारतीय सिनेमा को विदेशों तक पहुंचाने में सफल हुए.

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