'स्नेहा जैन' का छलका दर्द, 'जन्म जन्म के साथी' के बंद होने पर कही ये बात

टीवी एक्ट्रेस स्नेहा जैन का ड्रामा शो 'जन्म जन्म का साथ' अचानक बंद हो गया. शो के अचानक बंद होने पर एक्ट्रेस का दर्द छलका है.  एक्ट्रेस ने काम ढूंढना बेहद मुश्किल था. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Jul 14, 2023, 08:50 PM IST
  • 'जन्म जन्म के साथी' शो हुआ बंद
  • एक्ट्रेस स्नेहा जैन का छलका दर्द
'स्नेहा जैन' का छलका दर्द, 'जन्म जन्म के साथी' के बंद होने पर कही ये बात

नई दिल्ली:  टीवी एक्ट्रेस स्नेहा जैन, जो 'कृष्णदासी' जैसे शो में अपने काम के लिए जानी जाती हैं, ड्रामा सीरीज 'जन्म जन्म का साथ' के कलाकारों में शामिल हो गईं, लेकिन यह अचानक बंद हो गया. शो के अचानक बंद होने पर एक्ट्रेस ने कहा कि इन दिनों सही तरह का काम ढूंढना बहुत मुश्किल है. इस बारे में विस्तार से बताते हुए उन्होंने कहा, "आजकल सही तरह का काम ढूंढना बहुत मुश्किल है क्योंकि कई प्रोडक्शन हाउस और कई चैनल आ रहे हैं. कई नए अवसर और नए कलाकार हैं."

बयां किया दर्द 
"तो, संख्या दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है. सही काम और सही अवसर मिलना मुश्किल हो जाता है. कभी-कभी आपको लगता है कि आप एक खास तरह का प्रोजेक्ट करना चाहते हैं लेकिन आपको वह नहीं मिल पाता है. कभी-कभी आपको प्रोजेक्ट मिल जाता है लेकिन यह इतने लंबे समय तक काम नहीं करता है."
उन्होंने कहा कि जब आप उम्मीद करते हैं कि चीजें काम करेंगी, तो कई बार ऐसा नहीं होता क्योंकि कई शो दो-तीन महीनों के भीतर रद्द हो जाते हैं, जबकि कभी-कभी कोई ऐसा शो जिसके बारे में आपको नहीं लगता कि वह चलेगा, एक अभिनेता के पूरे करियर का निर्णायक पहलू बन सकता है.

काम को लेकर कही ये बात 
स्नेहा ने यह भी कहा, "जब कोई अवसर आता है और आप अनिश्चित होते हैं कि आपको इसे लेना चाहिए या नहीं, और आप इसे अस्वीकार करते हैं, तो कोई अन्य अभिनेता पहले ही वह अवसर ले चुका होता है. बहुत सारे अभिनेता हैं, बहुत सारे अवसर हैं. तो, जब तक आपको कोई अवसर मिलता है तब तक आप उसे चूक चुके होते हैं. यह अस्तित्व में है और अस्तित्व में रहेगा."

इंडस्ट्री को लेकर कही ये बात 
टीवी उद्योग में नेटवर्किंग के महत्व पर बोलते हुए, स्नेहा ने कहा, "यह कभी-कभी काम करता है," उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री में कॉन्टेक्ट्स मदद कर सकते हैं क्योंकि यदि आप किसी निर्देशक या प्रोडक्शन हाउस को जानते हैं, तो आप ज्यादा आसानी से काम कर सकते हैं. अन्यथा यह सब क्रिएटिव हेड्स और चैनल के हाथ में है. उन्होंने कहा कि अंत में आपका काम ही आपको परिभाषित करता है, पहचान पाने के लिए पार्टियों में जाकर मेलजोल बढ़ाना बहुत गलत नजरिया है, क्वालिटी से भरपूर काम महत्वपूर्ण है, इसलिए वह अपने काम को बेहतर बनाने पर ज्यादा विश्वास करती हैं.

इनपुट-आईएएनएस  

 

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