शिक्षा नहीं है लाभ कमाने का जरिया, कॉलेज फीस रखी जाए सस्ती: सुप्रीम कोर्ट

उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि शिक्षा लाभ कमाने का जरिया नहीं है और ट्यूशन फीस हमेशा सस्ती होनी चाहिए.

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 8, 2022, 05:37 PM IST
  • शिक्षा नहीं है लाभ कमाने का जरिया
  • कोर्ट ने कहा कॉलेज फीस रखी जाए सस्ती
शिक्षा नहीं है लाभ कमाने का जरिया, कॉलेज फीस रखी जाए सस्ती: सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली: भारत की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि शिक्षा लाभ कमाने का जरिया नहीं है. इसके साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने एक फैसले के दौरान टिप्पणी करते हुए कहा कि ट्यूशन फीस हमेशा सस्ती होनी चाहिए. 

सुप्रीम कोर्ट ने फीस बढ़ाने के फैसले को किया रद्द

उच्चतम न्यायालय ने कहा है कि शिक्षा लाभ कमाने का जरिया नहीं है और ट्यूशन फीस हमेशा सस्ती होनी चाहिए. इसके साथ ही न्यायालय ने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के उस आदेश को बरकरार रखा जिसमें मेडिकल कॉलेजों में ट्यूशन फीस बढ़ाकर 24 लाख रुपये सालाना किए जाने के राज्य सरकार के फैसले को रद्द कर दिया गया था.

इस मोडिकल कॉलेज पर लगा जुर्माना

न्यायमूर्ति एम. आर. शाह और न्यायमूर्ति सुधांशु धूलिया की पीठ ने याचिकाकर्ता नारायण मेडिकल कॉलेज और आंध्र प्रदेश पर पांच लाख रुपये का जुर्माना लगाया. यह राशि छह सप्ताह के अंदर न्यायालय की रजिस्ट्री में जमा करानी होगी. पीठ ने कहा, "फीस (ट्यूशन) बढ़ाकर 24 लाख रुपये सालाना करना, यानी पहले से तय की गई फीस से सात गुना अधिक, बिल्कुल भी उचित नहीं है. 

क्या कहा सुप्रीम कोर्ट ने

पीठ ने आंध्र प्रदेश उच्च न्यायालय के एक आदेश के खिलाफ मेडिकल कॉलेज द्वारा दायर याचिका को खारिज करते हुए यह टिप्पणी की. पीठ ने कहा कि ट्यूशन फीस का निर्धारण या समीक्षा करते समय पेशेवर संस्थान का स्थान, पेशेवर पाठ्यक्रम की प्रकृति, उपलब्ध बुनियादी ढांचे की लागत जैसे कई कारकों पर प्रवेश एवं शुल्क नियामक समिति द्वारा विचार किया जाना आवश्यक है. उसने कहा कि कॉलेज प्रबंधन को सरकार के अवैध आदेश के अनुसार एकत्र की गई राशि को अपने पास रखने की अनुमति नहीं दी जा सकती है.

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