नई दिल्लीः कांग्रेस पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को लोकसभा चुनाव 2024 में देश की दो लोकसभा सीटों वायनाड और रायबरेली से प्रचंड बहुमत से जीत मिली है. इस जीत के बाद राहुल गांधी ने फैसला किया है कि वे यूपी की रायबरेली सीट से सांसद बने रहेंगे और वायनाड की सीट खाली कर देंगे. ऐसी परिस्थिति में कांग्रेस ने वायनाड से प्रियंका गांधी को चुनाव लड़ाने का ऐलान कर दिया है.
'पार्टी ने प्रियंका के कद को छोटा करने की कोशिश की'
प्रियंका गांधी राजनीति की दुनिया में वायनाड से अपना कदम रखने जा रही हैं. कांग्रेस के इस फैसले पर आचार्य प्रमोद कृष्ण ने सवाल उठाए हैं. उन्होंने कहा कि प्रियंका गांधी कांग्रेस में सबसे ज्यादा लोकप्रिय चेहरा हैं. उपचुनाव में उन्हें टिकट देकर उनके कद को छोटा करने की कोशिश की गई है. प्रियंका गांधी जी को वायनाड से लड़वाकर कांग्रेस ने एक बार फिर सिद्ध कर दिया है कि उन्हें हिंदुओं पर भरोसा नहीं है.
'परिवार की कंपनी है कांग्रेस पार्टी'
दूसरी ओर कांग्रेस के इस फैसले पर निशाना साधते हुए बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि राहुल गांधी के वायनाड सीट छोड़ने और उनकी बहन के वहां से चुनाव लड़ने के फैसले के बाद आज यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस कोई राजनीतिक दल नहीं बल्कि परिवार की एक कंपनी है.
'वायनाड को नहीं खलेगी राहुल की कमी'
वहीं, उपचुनाव में अपनी उम्मीदवारी का ऐलान होने के बाद प्रियंका गांधी ने वायनाड के लोगों से कहा कि मैं यहां की जनता को राहुल गांधी की कमी नहीं महसूस होने दूंगी. मैं कड़ी मेहनत करूंगी, वायनाड के सभी लोगों को पूरी तरह से खुश रखने की कोशिश करूंगी और मैं एक अच्छी प्रतिनिधि बनूंगी.
ये भी पढ़ेंः प्रियंका की 'राजनीतिक एंट्री' पर BJP का तंज, कांग्रेस ने कहा-दक्षिण भारत का पूरा बेल्ट मजबूत होगा
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.