नई दिल्ली: शेयरों में जारी भारी गिरावट के बीच अडाणी एंटरप्राइजेज समेत अडाणी समूह की तीन कंपनियां शेयर बाजारों बीएसई और एनएसई के अल्पकालिक अतिरिक्त निगरानी व्यवस्था (एएसएम) के दायरे में आ गई हैं. देश के दोनों प्रमुख शेयर बाजारों से बृहस्पतिवार को मिली नवीनतम सूचना के मुताबिक, अडाणी एंटरप्राइजेज के अलावा अडाणी पोर्ट्स एंड एसईजेड और अंबुजा सीमेंट्स भी एएसएम प्रारूप के दायरे में आ गई हैं.
NSE के इन मानकों का पालन होता है जरूरी
बाजार के जानकारों के मुताबिक, किसी शेयर के एएसएम व्यवस्था के तहत आने का मतलब है कि किसी कारोबारी दिन में ही संपन्न किए जाने वाले शेयर खरीद-बिक्री के लिए 100 प्रतिशत अग्रिम मार्जिन की जरूरत होगी. इस व्यवस्था के तहत शेयरों का चयन ऊंचे एवं नीचे के भाव में बड़ा अंतर होने, खरीदारों का संकेंद्रण, कीमत दायरा छूने की संख्या, बाजार बंद होने वाले दिन पर पिछले बंद भाव की तुलना में अधिक अंतर होने और कीमत-आय अनुपात (पीई) जैसे मानकों का पालन किया जाता है.
अडाणी की सभी कंपनियों के शेयरों में गिरावट
नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) और बीएसई ने कहा कि अडाणी समूह की इन तीनों कंपनियों ने अल्पावधि के लिए अधिक निगरानी उपाय का हिस्सा बनने की शर्तों को संतोषजनक ढंग से पूरा किया है. इसके साथ ही शेयर बाजारों ने कहा कि एएसएम के तहत कंपनी का चयन विशुद्ध रूप से बाजार निगरानी के आधार पर किया जाता है और इसे उस कंपनी के खिलाफ प्रतिकूल कदम के तौर पर नहीं देखा जाना चाहिए.
अमेरिकी निवेश शोध फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की एक रिपोर्ट में गंभीर आरोप लगाए जाने के बाद अडाणी समूह की सभी कंपनियों के शेयरों में भारी गिरावट आई है. समूह की शीर्ष कंपनी अडाणी एंटरप्राइजेज के शेयर का मूल्य करीब 60 प्रतिशत तक गिर चुका है.
यह भी पढ़िए: संसद में उठेगा अडाणी ग्रुप पर धोखाधड़ी के आरोपों का मुद्दा, विपक्षी दलों ने जताई सहमति
Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.