CAA को लेकर बिहार के गया में हिंसा फैलाने की कोशिश

बिहार के गया में NRC और CAA को लेकर मशाल जुलूस निकाला गया. इस दौरान जमकर हंगामा हुआ. दंगाईयों ने इस दौरान कई गाड़ियों का शीशा तोड़ दिया और पत्थरबाजी की. बाद में जिलाधिकारी और एसएसपी ने देर रात मोर्चा संभाला तब जाकर हालात काबू में आए. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Dec 17, 2019, 12:47 PM IST
    • बिहार के गया में हिंसा
    • कट्टरपंथियों ने तोड़ी गाड़ियां
CAA को लेकर बिहार के गया में हिंसा फैलाने की कोशिश

गया: CAA के विरोध में आज विभिन्न मुस्लिम संगठनों के द्वारा शहर के गांधी मैदान के समीप से देर रात मशाल जुलूस निकाला. इस जुलूस में शामिल लोग सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी कर रहे थे. 

मुख्यमंत्री नीतीश से नाराजगी
 इस दौरान जैसे ही मशाल जुलूस राय काशीनाथ मोड़ के समीप पहुंचा, वहां पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगमन की सूचना देने वाले पोस्टरों को फाड़ डाला. दंगाईयों के निशाने पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार सहित जदयू के मुख्यालय प्रभारी चंदन सिंह, जदयू विधायक सह युवा जदयू के प्रदेश अध्यक्ष अभय कुशवाहा सहित कई वरिष्ठ नेताओं के पोस्टर थे. 

कई जगहों पर हुई आगजनी
प्रदर्शनकारियों ने इस दौरान कई जगहों पर जमकर आगजनी की. जुलूस में शामिल लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ भी जमकर नारेबाजी की.  उसके बाद जुलूस जी.बी. रोड व के.पी. रोड पहुंचा.  जहां कई वाहनों के शीशे तोड़ दिए गए. जिसकी वजह से चारो तरफ भय का माहौल व्याप्त हो गया. दुकानदारों ने भय के कारण अपनी दुकानें बंद कर ली. 

पुलिस आई हरकत में
हंगामा बढ़ने की सूचना मिलने के बाद कई थानों की पुलिस हरकत में आई और मामले स्थिति को संभालने में जुट गई. हालांकि स्थिति तनावपूर्ण बनी हुई है. 

आम लोग हुए परेशान
ज़ी मीडिया ने गया के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. रतन कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि वे अपनी पत्नी के साथ बाजार जा रहे थे. जैसे ही वे सिविल लाइन्स थाना क्षेत्र के राय काशीनाथ मोड़ के समीप पहुंचे. सामने से सैकड़ों की संख्या में आ रहे मशाल जुलूस में शामिल लोगों ने उनके वाहन के शीशे को तोड़ दिया.  किसी तरह वह पत्नी के साथ जान बचाकर बगल के पेट्रोल पंप पर पहुंचे. वहां पेट्रोलपंप के पास भी 2 बच्चियां रो रही थी.  उन्होंने बताया कि उनके पिता के स्कूटर को जुलूस में शामिल लोगों ने धक्का देकर गिरा दिया.  डर के कारण वे लोग छुपे हुए हैं. 

गया में अब भी तनाव की स्थिति बनी हुई है. लोगों ने प्रदर्शनकारियों को चिन्हित करके प्रशासन से कार्रवाई करने की मांग की है. 

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