नई दिल्ली: किसान आंदोलन का 19 वां दिन है, आज किसान संगठनों के नेता भूख हड़ताल पर हैं. सुबह 8 बजे से किसानों की भूख हड़ताल शुरू हो चुकी है. किसानों का अनशन शाम 5 बजे तक चलेगा. दिल्ली के सिंघु बॉर्डर, टीकरी बॉर्डर पर किसान अनशन पर बैठे है. लेकिन इस बीच शाहीन बाग Part-2 की साजिश रची गई, हालांकि इसे किसानों ने खुद नाकाम कर दिया.
खबर क्या है? समझिए
- जामिया के छात्रों को आंदोलनकारी किसानों ने वापस भेजा
- किसानों को समर्थन देने गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे जामिया के छात्र
- किसानों ने कहा- जामिया के कुछ छात्र गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे
- आंदोलनकारी किसानों ने जामिया के छात्रों को मंच नहीं दिया
- आंदोलनकारी किसानों और छात्रों के बीच कहासुनी हुई
- किसान नेताओं ने कहा- आंदोलन को कोई हाईजैक नहीं कर सकता
गाजीपुर बॉर्डर पर जामिया के छात्रों की शाहीन बाग-2 बनाने की कोशिश नाकाम हो गई है. किसानों को समर्थन देने गाजीपुर बॉर्डर पर जामिया के छात्र पहुंचे थे. आंदोलनकारी किसानों ने जामिया के छात्रों को वापस भेज दिया. दरअसल, जामिया के कुछ छात्र गाजीपुर बॉर्डर पहुंचे थे. ऐसा दावा ZEE मीडिया पर किसान नेताओं ने किया. जामिया मिलिया इस्लामिया के कुछ छात्र डफली लेकर पहुंचे थे. किसानों ने छात्रों को मंच नहीं दिया. मिली जानकारी के मुताबिक इस दौरान किसानों और छात्रों के बीच कहासुनी भी हुई. और फिर किसानों ने जामिया के छात्रों को वापस भेज दिया. इस मौके पर किसान नेताओं ने ये साफ कह दिया कि हमारे आंदोलन को कोई हाईजैक नहीं कर सकता है.
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किसानों ने ज़ी हिन्दुस्तान से बात करते हुए ये बताया कि "ये जामिया के लोग कल आए थे, हमने पुलिस से कहकर इन्हें निकलवा दिया. सभी किसानों ने कहा कि हमें अपने आंदोलन में कोई असामाजिक तत्व नहीं चाहिए, ये जामिया के लोग कल आए थे हमने पुलिस से कहकर इन्हें निकलवा दिया. जो कोई किसान की अलावा इस आंदोलन में आएगा उसे हम भगा देंगे. ये आंदोलन किसानों का है और किसी का नहीं.."
किसान नेता ने छात्रों को क्या कहा?
किसान नेता राकेश टिकैत का बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि "जामिया के छात्र हमारे साथ बैठना चाहते थे. किसानों के मंच पर एजेंडे की बात नहीं होगी. भूख हड़ताल हमारे आंदोलन का हिस्सा है. छात्रों का काम पढ़ाई करना, पढ़ाई करें. किसानों के मंच पर एजेंडे की बात नहीं होगी. कानून बनाने में किसानों की सलाह नहीं ली गई."
किसान आंदोलन हर दिन तेज हो रहा है, लेकिन देश विरोधी ताकत आंदोलन में घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे हैं. ऐसे में किसानों का कहना है कि वो किसी को भी आंदोलन में घुसपैठ नहीं करने देंगे. गाजीपुर समेत सभी टोल प्लाज़ा पर किसान भूख हड़ताल पर बैठे हैं. इसके अलावा आज किसान देशभर के बीजेपी दफ्तरों का घेराव करने की तैयारी में हैं. आज किसान टोल प्लाजा पर भी प्रदर्शन कर रहे हैं और आज भी टोल प्लाज़ा को फ्री करवा रहे हैं. किसानों के साथ दिल्ली के सीएम केजरीवाल ने भी आज उपवास रखा है. आम आदमी पार्टी किसानों की मांग का समर्थन कर रही है.
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सबसे अहम बात ये है कि जामिया के छात्रों को सिर्फ ऐसा मौका चाहिए, जहां पर उन्हें मंच मिले और फिर उसका अंजाम क्या होता है ये पूरे देश ने देखा है. जिस प्रकार CAA की आड़ में देश को दहलाने की कोशिश हुई, आंदोलन के नाम पर दिल्ली में दंगे हुए. शाहीन बाग की आड़ में देश विरोधी साजिशें हुई. कुछ लोग किसान आंदोलन को भी वही जरिया बनाने पर उतारू हैं, लेकिन उनका ये मंसूबा इस बार नाकाम हो गया.
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