नई दिल्ली. चीन से निकला कोरोना वायरस सारी दुनिया के लिए अभिशाप सिद्ध हो रहा है. अब तक करीब 425 लोगों की मौत इस वायरस की वजह से हो चुकी है. दुनिया के कई देशों में यह संक्रमण फैल चुका है. वैज्ञानिक और मेडिकल एक्सपर्ट्स इसकी दवा ढूंढने की कोशिश में लगे हुए हैं. लेकिन सावधानी उपचार से ज्यादा ज़रूरी है, इसलिए हर देश के हर नागरिक को अपने स्तर पर इससे बचने के लिये आवश्यक सावधानी में कोई चूक नहीं करनी चाहिए.
लांसेट मेडिकल जर्नल ने दी जानकारी
इंग्लैण्ड के लांसेट मेडिकल जर्नल ने कोरोना वायरस से संक्रमित होने वाले 99 मरीजों के बारे में एक जानकारी प्रकाशित की है जो कि न सिर्फ मेडिकल एक्सपर्ट्स के लिए कोरोना की दवा ढूंढने में सहायक सिद्ध हो सकती है, बल्कि दुनिया के हर नागरिक को इस वायरस के प्रति समय रहते सावधान भी कर रही है.
सर्दी, खांसी और निमोनिया के लक्षण
जर्नल के अनुसार कोरोना वायरस के मरीजों में सर्दी, खांसी और निमोनिया के लक्षण देखे जा रहे हैं. साथ ही वायरस के हमले के शिकार इन मरीजों के फेफड़ों में भी पानी भरा पाया गया है. सर्दी, खांसी और निमोनिया के अतिरिक्त सांस की समस्या भी इनमें से कई लोगों में देखी गई है.
मांसपेशियों और सर में दर्द
लांसेट जर्नल ने बताया कि डॉक्टर्स के अनुसार इन मरीजों के शरीर में कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने के बाद इन लोगों की मांसपेशियों और सिर में तेज़ दर्द शुरू हो गया था. वहीं इनमें से कई मरीजों के गले में फोड़े भी पैदा होने लगे थे.
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