नई दिल्लीः नागरिकता संशोधन कानून को लेकर अभी रार थमी नहीं है. संसद से लेकर सड़क तक इसका विरोध जारी है. प्रधानमंत्री मोदी और गृहमंत्री अमित शाह साफ कर चुके हैं कि वह इस निर्णय से नहीं टलेंगे और इससे किसी भारतीय का नुकसान नहीं है. इसके बावजूद लोगों का विरोध थम नहीं रहा है. सीएए के खिलाफ उत्तर से लेकर दक्षिण तक जोरदार प्रदर्शन हो रहा है.
बुधवार को तमिलनाडु की राजधानी चेन्नई में सीएए, राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) और राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (एनपीआर) के विरोध में लोग सड़क पर उतर आए हैं. राज्य सचिवालय के बाहर जबरदस्त प्रदर्शन हो रहा है.
महिलाओं ने संभाला है मोर्चा
चेन्नई में भी महिलाएं सीएए, एनआरसी और एनपीआर का विरोध कर रही हैं. बुधवार को प्रदर्शनकारी फोर्ट सेंट जॉर्ज में सचिवालय तक मार्च निकाल रहे हैं. प्रदर्शनकारियों की मांग है कि तमिलनाडु विधानसभा भी सीएए के खिलाफ प्रस्ताव पारित करे. रैली की शुरुआत कलिवानर आरंगम से हुई.
#WATCH Chennai: People march towards the State Secretariat from Walajah Road to protest against the Citizenship Amendment Act, National Register of Citizens & National Population Register. #TamilNadu pic.twitter.com/LOQsaTlSsJ
— ANI (@ANI) February 19, 2020
दिल्ली के शाहीन बाग की ही तरह यहां भी महिलाओं ने मोर्चा संभाला हुआ है. इधर शाहीन बाग का मामला सुप्रीम कोर्ट से हो आया है और कोर्ट ने सख्त टिप्पणी की है कि सार्वजनिक तौर पर बाधा पहुंचाकर प्रदर्शन नहीं किया जा सकता है.
लाठीचार्ज का विरोध
सीएए के खिलाफ निकाले गए मार्च में हजारों की संख्या में महिलाएं शामिल हैं. 14 फरवरी को चेन्नई के वाशरमेनपेट में प्रदर्शनकारियों पर लाठीचार्ज के बाद शहर में महिलाओं ने पुलिस की ज्यादती के खिलाफ धरना-प्रदर्शन का आयोजन किया और लाठीचार्ज में शामिल अफसरों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की.
इधर तमिलनाडु के मुख्यमंत्री पलानीस्वामी ने 14 फरवरी को चेन्नई के वाशरमेनपेट में प्रदर्शनकारियों के खिलाफ हुई पुलिस की कार्रवाई का बचाव किया है. उन्होंने कहा कि पुलिस ने बिना इजाजत विरोध प्रदर्शन करने के लिए लोगों को गिरफ्तार किया था और कहा कि सरकार को जानकारी मिली थी कि कुछ लोग विरोध प्रदर्शनों को उकसा रहे हैं.
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शाहीन बाग का रास्ता खुलवाने की कवायद
शाहीन बाग में चल रहे धरने को खत्म कर प्रदर्शनकारियों को वहां से हटाने के लिए सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त वार्ताकार वकील संजय हेगड़े और उनके साथी वार्ताकार आज शाहीन बाग जाएंगे. यहां वे शाहीन बाग के प्रतिनिधियों से बातचीत करेंगे और मसले को सुलझाकर धरने को खत्म करवाकर रास्ता खुलवाने का प्रयास करेंगे.
सुप्रीम कोर्ट ने सोमवार को अपनी सुनवाई में शाहीनबाग में नागरिकता संशोधन कानून (सीएए) को लेकर चल रहे प्रदर्शन को समाप्त करवाने के लिए वातार्कारों के एक पैनल का गठन किया था.
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