सीएम योगी को मिली संतों की अदालत में बड़ी जिम्मेदारी, बनेंगे दंडाधिकारी

संतों की अदालत में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ दंडाधिकारी की भूमिका में रहेंगे. इस अदालत में वह संतों के आपसी विवाद सुलझाएंगे. वहीं परंपरा के अनुसार इस वर्ष भी विजयदशमी के दिन (मंगलवार) सायंकाल गोरखनाथ मंदिर से गोरक्षपीठाधीश्वर की शोभायात्रा धूमधाम से निकाली जाएगी. 

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Oct 3, 2022, 01:50 PM IST
  • गोरक्षपीठ में विजयदशमी का दिन खास होता है
  • इस दिन यहां संतों की अदालत लगती है
सीएम योगी को मिली संतों की अदालत में बड़ी जिम्मेदारी, बनेंगे दंडाधिकारी

गोरखपुर: गोरखनाथ मंदिर में लगने वाली संतों की अदालत में गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ दंडाधिकारी की भूमिका में रहेंगे. हर बार की तरह इस साल भी सीएम योगी यह जिम्मेदारी निभाएंगे. इस अदालत में वह संतों के आपसी विवाद सुलझाएंगे. साथ ही विजय शोभायात्रा की अगुवाई करेंगे.

संतों की अदालत की खास बातें
गोरक्षपीठ में विजयदशमी का दिन खास होता है. इस दिन यहां संतों की अदालत लगती है और दंडाधिकारी की भूमिका में होते हैं गोरक्षपीठाधीश्वर. नाथपंथ की परम्परा के अनुसार हर वर्ष विजयदशमी के अवसर पर गोरखनाथ मंदिर में पीठाधीश्वर द्वारा संतों के विवादों का निस्तारण किया जाता है. मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ नाथपंथ की शीर्ष संस्था अखिल भारतवर्षीय अवधूत भेष बारह पंथ योगी महासभा के अध्यक्ष भी हैं. इसी पद पर वह दंडाधिकारी की भूमिका में होते हैं. 

पात्र पूजा
गोरखनाथ मंदिर में विजयदशमी को पात्र पूजा का कार्यक्रम होता है. पात्र देवता के सामने सुनवाई में कोई भी झूठ नहीं बोलता है. पात्र पूजा संत समाज में अनुशासन के लिए भी जाना जाता है. विवादों के निस्तारण से पूर्व संतगण पात्र देव के रूप में योगी आदित्यनाथ का पूजन करते हैं. 

फिर निकली है शोभा यात्रा
इस पीठ से प्रति वर्ष विजयदशमी को निकलने वाली विजय शोभायात्रा अनूठी होती है. गोरक्षपीठाधीश्वर की अगुवाई वाली परंपरागत शोभायात्रा में हर वर्ग के लोग तो शामिल होते ही हैं, इसका अल्पसंख्यक समुदाय (मुस्लिम व बुनकर समाज) के लोगों द्वारा भव्य स्वागत भी किया जाता है.

दशहरे के दिन गोरखनाथ मंदिर की विजयदशमी शोभायात्रा का इंतजार तो पूरे शहर को होता है लेकिन सबसे अधिक उत्साह अल्पसंख्यक समुदाय के उन लोगों में दिखता है जो मंदिर के मुख्य द्वार से थोड़ी दूर घण्टों पहले फूलमाला लेकर गोरक्षपीठाधीश्वर के स्वागत में खड़े रहते हैं. 

कैसी होती है शोभायात्रा
परंपरा के अनुसार इस वर्ष भी विजयदशमी के दिन (मंगलवार) सायंकाल गोरखनाथ मंदिर से गोरक्षपीठाधीश्वर की शोभायात्रा धूमधाम से निकाली जाएगी. पीठाधीश्वर, गुरु गोरक्षनाथ का आशीर्वाद लेकर अपने वाहन में सवार होंगे. तुरही, नगाड़े व बैंड बाजे की धुन के बीच गोरक्षपीठाधीश्वर की शोभायात्रा मानसरोवर मंदिर पहुंचेगी. यहां पहुंचकर गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ गोरक्षपीठ से जुड़े मानसरोवर मंदिर पर देवाधिदेव महादेव की पूजा-अर्चना करेंगे. इसके बाद उनकी शोभायात्रा मानसरोवर रामलीला मैदान पहुंचेगी. यहां चल रही रामलीला में वह प्रभु श्रीराम का राजतिलक करेंगे. 

ये भी पढ़िए- मुलायम सिंह यादव हेल्थ अपडेट, जानें कैसी है तबीयत, कौन सी बीमारियां कर रहीं परेशान

Zee Hindustan News App: देश-दुनिया, बॉलीवुड, बिज़नेस, ज्योतिष, धर्म-कर्म, खेल और गैजेट्स की दुनिया की सभी खबरें अपने मोबाइल पर पढ़ने के लिए डाउनलोड करें ज़ी हिंदुस्तान न्यूज़ ऐप.

ट्रेंडिंग न्यूज़