लखनऊ: उत्तर प्रदेश में योगी सरकार सरकार ने गोवध को रोकने के लिए बड़ा फैसला लिया है. गोवध करने वालों को 10 साल की जेल और 5 लाख जुर्माना लगाया जाएगा. जबकि गाय के शरीर के अंग भंग करने पर 7 साल की जेल और 3 लाख तक जुर्माना लगेगा.
गो-हत्या के खिलाफ योगी के क्रांतिकारी कदम
यूपी में अब गोकशी का अपराध गैर जमानती होगा. पहली बार गोकशी का आरोप साबित होने पर 3 साल से लेकर 10 साल की सजा का प्रावधान है. 3 लाख से लेकर 5 लाख रुपये तक के जुर्माने का भी प्रावधान है. दूसरी बार गोकशी का आरोप साबित होने पर जुर्माने और सजा दोनो भुगतनी होंगी. गैंगेस्टर एक्ट के तहत कार्रवाई और संपत्ति जब्त करने का भी प्रावधान किया गया है
गोवंश का अंग भंग करने और जीवन को खतरा पैदा करने के आरोपी को 1 से लेकर 7 साल तक की सजा और 1 लाख से लेकर 3 लाख तक जुर्माने का प्रावधान है. ऐसे में गो-हत्या के खिलाफ सीएम योगी के इस कदम को क्रांतिकारी क्यों माना जा रहा है. आपको इसकी संपूर्ण जानकारी दे देते हैं. हिन्दू धर्म गाय को माता का दर्जा दिया जाता है. ऐसे में आपको कुछ अहम तथ्यों से रूबरू करवाते हैं.
गाय और हिन्दू धर्म
ऋग्वेद: गायों ने हमें सौभाग्य दिया है, हम आपकी प्रशंसा करते हैं
भगवद गीता: गोहत्या से बड़ा पाप दूसरा नहीं है
चरक, सुश्रुत और वागभट्ट के विचार: गाय से बीमारियां दूर होती हैं
हिन्दुओं की धार्मिक मान्यता: गाय में देवी-देवताओं का वास है
मनु संहिता: गुरु, शिक्षक, माता-पिता, ब्राह्मण, गाय और योगी की हत्या पाप है
निश्चित तौर पर गाय को हिन्दू धर्म में काफी विशेष दर्जा दिया गया है. ऐसे में सीएम योगी के इस फैसले को क्रांतिकारी कहा जाना गलत नहीं होगा. गो-हत्या के खिलाफ योगी के इस कानून से ऐसी करतूत को अंजाम देने वाले अपराधियों को सबक सिखाया जा सकेगा.
यहां आपको आंकड़ों से रूबरू करवाते हैं. भारत में पशुओं की संख्या तकरीबन 53 करोड 67 लाख 61 हजार के आस पास है, तो वहीं हमारे देश में गाय की तादाद 19 करोड़ 34 लाख 62 हजार 8 सौ के आस पास है. अब आपको ये विस्तार से समझाते हैं कि भारत में गो-संरक्षण जरूरी क्यों है.
भारत में गाय का 'संरक्षण' जरूरी क्यों?
धार्मिक पुस्तक ऋग्वेद में गाय को पूजनीय माना गया है. ऋग्वेद में लिखा है, गायों ने आकर हमें सौभाग्य दिया है, आप हमारे घर में वास करें और हमें सुख-समृद्धि दें.
वैदिक साहित्यों में भी गाय और गोवंश का उल्लेख किसी भी अन्य जानवर से अधिक हुआ है. गाय पीने के लिए दूध, पूजा के दीपक के लिए घी और चूल्हे के लिये गोबर देती है. गाय के दूध से देश के लाखों परिवारों की जीविका चलती है.
गाय का आर्थिक मूल्य अन्य किसी भी जानवर से अधिक माना गया है. भारत में गायों के 1 साल के गोबर का आर्थिक मूल्य करीब 5000 करोड़ रुपये है. गाय के गोबर का ईंधन 50 मिलियन टन जलाऊ लकड़ी की बचत करता है.
योगी सरकार के इस कानून की अहमियत इसलिए भी बढ़ जाती है कि खुद देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कई बार फर्जी गोरक्षकों को चेतावनी दी है. आपको रूबरू करवाते हैं.
फर्जी गोरक्षकों को पीएम की चेतावनी
29 जून 2017, साबरमती आश्रम- क्या गाय के नाम पर हमें किसी इंसान को मारने का हक़ मिल जाता है? गाय के नाम पर किसी की हत्या की जाए ये स्वीकार्य नहीं है. अहिंसा हमारे देश का धर्म रहा है, हम कैसे इसे भूल सकते हैं?
6 अगस्त 2016, दिल्ली- गौरक्षा का दावा करने वाले क़रीब 70-80% लोग असामाजिक काम में शामिल मिलेंगे. गौरक्षा का दावा करने वाले लोग अपनी दुकानें चला रहे हैं.
7 अगस्त 2016, तेलंगाना- कुछ लोग गौरक्षा के नाम पर समाज में तनाव पैदा करने का प्रयास कर रहे हैं. मैं देशवासियों को बताना चाहता हूं कि फर्जी गौरक्षकों से सचेत रहें. ऐसे लोगों की पहचान करने की जरूरत है, जो समाज के तानेबाने को नष्ट करना चाहते हैं.
यूपी में गो-हत्या पर कानून सख्त, राष्ट्रीय कानून कब?
गोवध के इस अध्यादेश को यूपी कैबिनेट ने पास कर दिया है. ऐसे मामले में दूसरी बार पकड़े जाने पर गैंगस्टर एक्ट लगेगा. यूपी में गो हत्या पर कानून सख्त हो गया है, तो अब राष्ट्रीय स्तर पर कानून कब लाया जाएगा?
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