नई दिल्ली: प्रधानमंत्री मोदी ने राज्यसभा में कांग्रेस को जमकर खरी-खोटी सुनाई. उन्होंने सबसे तीखा हमला ये कह कर कर दिया कि 'कांग्रेस ना होती तो क्या होता..'
PM Modi ने क्यों कह दिया ऐसा?
पीएम मोदी ने कहा कि अगर कांग्रेस ना होती तो देश में जातिवाद की जड़े गहरी ना होती. पीएम मोदी ने कहा कि अगर कांग्रेस ना होती तो सिखों का नरसंहार ना होती. अगर कांग्रेस ना होती तो पंजाब आतंकवाद की आग में ना जलता.
उन्होंने ये भी बोला कि अगर कांग्रेस ना होती तो बेटियों को तंदूर में ना जलाया गया होता. पीएम मोदी ने कहा कि मैं गिनता रहूंगा कांग्रेस जब सत्ता में रही तो देश का विकास नहीं होने दिया. अब जब विपक्ष में है तब देश के विकास में बाधा डाल रही है.
पूर्वजों की गलती सुधारने की दी सलाह
उन्होंने कहा कि कांग्रेस को अब नेशन पर आपत्ति है. पीएम ने कहा कि यदि नेशन गैर संवैधानिक है तो आपकी पार्टी का नाम इंडियन नेशनल कांग्रेस क्यों रखा गया. पीएम ने कहा कि अबकी यह नई सोच आई है तो इसका नाम बदल दीजिए. अपने पूर्वजों की गलती सुधार दीजिए.
पीएम मोदी के भाषण के बीच हंगामा
पीएम मोदी के भाषण पर विपक्ष ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की. विपक्षी दलों के सदस्यों ने हंगामा शुरू कर दिया. इस पर राज्यसभा के उपसभापति वेंकैया नायडू ने कहा कि कुछ भी रिकॉर्ड में नहीं जाएगा.
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पीएम ने कहा कि लोकतंत्र में सुनाना ही नहीं सुनना भी हिस्सा होता है. उन्होंने कहा कि सालों तक उपदेश दिया है इसलिए सुनने में तकलीफ हो रही है. राज्यसभा में कांग्रेस सदस्यों ने राष्ट्रपति अभिभाषण के धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जवाब से विरोध जताते हुए वाकआउट किया.
उन्होंने कहा कि हार-जीत होती रहती हैं, लेकिन विपक्ष अपनी निराशा लोगों पर नहीं थोपे. अगर पार्टियों के नेता निराशा व्यक्त करेंगे तो देश का क्या होगा. प्रधानमंत्री मोदी ने विपक्ष से कहा कि देश की क्षमता को नजरअंदाज नहीं करें, भले कोई भी सत्ता में हो.
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