नई दिल्ली. दिल्ली के लोकसभा चुनाव में AAP के साथ मिलकर चुनाव लड़ने के बाद अब कांग्रेस विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. कांग्रेस पार्टी ने साफ किया है कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी. कांग्रेस का यह भी कहना है कि AAP से उनका कोई गठबंधन नहीं होगा. दिल्ली में AAP से गठबंधन सिर्फ लोकसभा चुनाव तक था.
दिल्ली की सातों सीट पर मिली थी हार
दरअसल दिल्ली में इंडिया गठबंधन के अंतर्गत लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस और आम आदमी पार्टी एक साथ आए थे. इसके बावजूद इंडिया गठबंधन को दिल्ली की सभी सातों लोकसभा सीटों पर हार का सामना करना पड़ा. इस हार के बाद AAP पहले ही दिल्ली में गठबंधन नहीं करने की बात कह चुकी है. अब कांग्रेस ने भी स्पष्ट किया है कि वह दिल्ली विधानसभा चुनाव अकेले लड़ेगी.
कांग्रेस की घोषणा से गठबंधन खत्म!
विधानसभा चुनाव के मद्देनजर इस घोषणा के साथ ही दिल्ली में इंडिया गठबंधन भी नहीं रह गया है. दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष देवेंद्र यादव के मुताबिक कांग्रेस पार्टी विधानसभा चुनाव अकेले लड़ने जा रही है. गरीब, मध्यम वर्ग, पिछड़ा, एससी, एसटी, अल्पसंख्यक वर्ग सहित मजदूर, रेहड़ी पटरी, खोमचा वाले, युवा वर्ग और महिलाएं बढ़ती मंहगाई और बेरोजगारी के कारण भाजपा और आम आदमी पार्टी से परेशान हो चुकी है.
यादव ने कहा-हम लगातार बिजली-पानी संकट, जल भराव, जल निकासी, बिजली दरों में बढ़ोत्तरी आदि वर्तमान मुद्दों पर भी लोगों के बीच पहुंच रहे हैं. दिल्ली विधानसभा चुनावों के लिए बूथ स्तर पर कांग्रेस की तैयारी चल रही है. कांग्रेस का कार्यकर्ता घर-घर जाकर जहां लोगों को पार्टी से जोड़ने का काम कर रहा है, वहीं उनसे मिलकर उनकी समस्याओं, परेशानियों, क्षेत्र में कमियों और आने वाले समय में पार्टी के साथ उनकी क्या विचारधारा रहेगी, यह सब जानने की कोशिश कर रहे हैं.
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