धर्मपरिवर्तन: इस राज्य में बोडो आदिवासी जबरन बनाए जा रहे ईसाई, मोदी-शाह को लिखे खत में खुलासा

बोडो आदिवासी परिवारों को ईसाई धर्म में परिवर्तित किया जा रहा है.  कभी-कभी लोगों की मर्जी के खिलाफ जबरदस्ती धर्म परिवर्तन किया जाता है. हगरामा मोहिलरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे एक पत्र में ये दावा किया है. आरोप लगाया कि बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) प्रमोद बोरो के नेतृत्व में धर्म परिवर्तन हो रहा है.  

Written by - Zee Hindustan Web Team | Last Updated : Nov 18, 2022, 09:44 AM IST
  • असम के बीटीसी इलाकों में जबरन धर्म परिवर्तन
  • बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट के प्रमुख ने लिखा है खत
धर्मपरिवर्तन: इस राज्य में बोडो आदिवासी जबरन बनाए जा रहे ईसाई, मोदी-शाह को लिखे खत में खुलासा

गुवाहाटी: असम में बोडो आदिवासी परिवारों को ईसाई धर्म में परिवर्तित किया जा रहा है. धर्म परिवर्तन के लिए तैयार होने वालों को सरकारी सुविधाओं तक आसान पहुंच का लालच दिया जाता है. वहीं कभी-कभी लोगों की मर्जी के खिलाफ जबरदस्ती धर्म परिवर्तन किया जाता है. बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) के प्रमुख हगरामा मोहिलरी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह को लिखे एक पत्र में ये दावा किया है. उन्होंने कहा है कि ऐसी कई घटनाएं सामने आई हैं. 

खत में जेपी नड्डा का भी नाम
बीपीएफ सुप्रीमो ने अपने पत्र में, जिसे भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा को भी संबोधित किया था, आरोप लगाया कि बोडोलैंड टेरिटोरियल काउंसिल (बीटीसी) के मुख्य कार्यकारी सदस्य (सीईएम) प्रमोद बोरो के नेतृत्व में धर्म परिवर्तन हो रहा है.

हर जगह बनाए जा रहे चर्च
मोहिलारी ने कहा, बीटीसी क्षेत्र में हर जगह चर्च बनाए जा रहे हैं. पश्चिमी असम में बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र में भूटान और पश्चिम बंगाल की सीमा से लगे तामुलपुर, चिरांग, बक्सा, उदलगुरी और कोकराझार के पांच जिले शामिल हैं.

भाजपा से की ये मांग
मोहिलारी ने हाल ही में दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं से मुलाकात की थी. रिपोर्ट के मुताबिक उन्होंने भगवा पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से वादा किया कि उनकी पार्टी लोकसभा में उम्मीदवारों को खड़ा नहीं करेगी और एनडीए में बीपीएफ को शामिल करते हुए असम मंत्रिपरिषद में पार्टी के लिए बर्थ और बीटीसी में सीईएम पद देने की मांग की है. असम की 126 सदस्यीय विधानसभा में बीपीएफ के 3 विधायक हैं. 

मोहिलरी ने कहा कि असम में भाजपा ने प्रमोद बोरो के नेतृत्व वाली यूनाइटेड पीपुल्स पार्टी लिबरल (यूपीपीएल) से 2020 में दोस्ती करने का फैसला किया, बावजूद इसके कि भाजपा के साथ चुनाव पूर्व गठबंधन करने की उनकी पूरी कोशिश थी. इस साल जनवरी में भाजपा के सहयोगी बीपीएफ ने राज्य विधानसभा में भाजपा के सहयोगी के रूप में वापसी की थी. पूर्व मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल के नेतृत्व वाली भाजपा की अगुवाई वाली पहली सरकार में असम में मंत्रिपरिषद में बीपीएफ के तीन मंत्री थे.

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