नई दिल्ली: भारत में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों का आंकड़ा बढ़ने से लोगों को डरने की जरूरत नहीं है. भारत में मरने वालों की गति में बहुत कमी आयी है. देश में सामने आ रहे कोरोना वायरस के कुल केस में से मौत का आंकड़ा 3.3% है, जो कि किसी भी यूरोपीय देश से काफी कम है.
मरने वालों की गति में भारत स्पेन, ब्रिटेन और इटली से बहुत पीछे
आपको बता दें कि भारत में कोरोना वायरस के संक्रमण से मरने वालों की गति में सकारात्मक कमी आयी है. स्वास्थ्य सुविधाओं के हिसाब से भारत से बहुत आगे माने जाने वाले देश कोरोना से तबाह हो गए हैं. लेकिन भारत में संक्रमितों की मृत्यु दर इटली, स्पेन और यूके, अमेरिका जैसे देशों से काफी कम है.
आपको बता दें कि पिछले हफ्ते तक स्पेन में ये रफ्तार 9.73 फीसदी थी, इटली में 12.72 फीसदी और यूनाइटेड किंगडम में 12 फीसदी थी. दुनिया में साउथ कोरिया में ही मौत की तेजी की रफ्तार सबसे कम है, वहां पर 2.10 फीसदी है.
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उल्लेखनीय है कि स्वास्थ्य मंत्रालय ने एक सकारात्मक आंकड़ा जारी किया है. उसमे बताया गया है कि देश में पिछले दो दिनों में 1000 से भी ज्यादा मरीज स्वस्थ हुए हैं. इससे स्पष्ट हो जाता है कि भारत में मरने वालों से ज्यादा लोग ठीक हो रहे हैं. संक्रमण से निपटने के लिए केंद्र सरकार लगातार नये नये कदम उठा रही है. उम्मीद है कि भारत में जल्द ही कोरोना वायरस की चैन टूट जाएगी.
स्वास्थ्य मंत्रालय लगातार सक्रिय
आपको बता दें कि स्वास्थ्य मंत्रालय हर रोज कोरोना के सम्बंध में कुछ आंकड़े जारी करता है. हर रोज सुबह प्रकाशित होने वाले केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों पर नजर डालें तो 19 अप्रैल की सुबह स्वास्थ्य मंत्रालय ने देश में कोरोना वायरस से संक्रमित होने के बाद ठीक होने वालों का आंकड़ा 2231 बताया था और आज यानि 21 अप्रैल की सुबह यह आंकड़ा 3252 हो गया है. यानि सिर्फ 2 दिन में ठीक होने वाले लोगों की संख्या में 1021 लोगों की बढ़ोतरी हुई है.
7 राज्यों में अधिक खतरा
देश में अधिकतर जगहों पर कोरोना वायरस के संक्रमण में ज्यादा बढ़ोतरी नहीं हुई है और गोवा तथा मणिपुर जैसे राज्य खुद को कोरोना मुक्त घोषित कर चुके हैं. लेकिन महाराष्ट्र, दिल्ली, गुजरात, राजस्थान, तमिलनाडू, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में कोरोना वायरस के मामलों की संख्या ज्यादा है. देशभर में कोरोना वायरस के अबतक जितने मामले आए हैं उनका लगभग 78 प्रतिशत हिस्सा इन 7 राज्यों के मामलों का ही है.
18 मार्च को गोवा में पहला पॉजिटिव मरीज मिला
गोवा में कोरोना वायरस की शुरुआत 18 मार्च को हुई थी, दुबई से लौटे एक नेता में सबसे पहले संक्रमण मिला था. 3 अप्रैल तक यहां कोरोना के सात मरीज मिले थे. उसके बाद से राज्य में कोई भी नया मामला नहीं आया. 15 अप्रैल तक राज्य के छह कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हो गए थे. आखिरी बचे मरीज की कोरोना टेस्ट रिपोर्ट रविवार को निगेटिव आ गई.